ऑटो के कारण लगता है जाम
परेशानी. शहर में व्यवस्थित सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था जरूरी शहर में ऑटो चालक स्थायी पड़ाव नहीं होने के कारण जहां-तहां ऑटो लगा देते हैं. इसके कारण अक्सर जाम लगता है. परेशान शहरवासी सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की मांग कर रहे हैं. मधेपुरा : ऐसे समय में जब मधेपुरा को औद्योगिक हब बनाने का सपना पूरा होने वाला […]
परेशानी. शहर में व्यवस्थित सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था जरूरी
शहर में ऑटो चालक स्थायी पड़ाव नहीं होने के कारण जहां-तहां ऑटो लगा देते हैं. इसके कारण अक्सर जाम लगता है. परेशान शहरवासी सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की मांग कर रहे हैं.
मधेपुरा : ऐसे समय में जब मधेपुरा को औद्योगिक हब बनाने का सपना पूरा होने वाला है. देश के कोने -कोने से निवेशक मधेपुरा पहुंच कर अपनी योजनाओं को पूरा करने का भरोसा दिला रहे हैं, मधेपुरा शहर स्थानीय सार्वजनिक परिवहन की समुचित व्यवस्था के लिए जूझ रहा है. छोटी दूरी पर आवागमन के लिए सार्वजनिक वाहन के तौर पर ऑटो रिक्शा ऐसी सवारी है जो हर जगह आसानी से उपलब्ध है. इस तिपहिया सवारी पर लोगों की निर्भरता इस कदर हो गयी है कि इसके बिना जिले में एक से दूसरी जगह जाना दुश्वार है. लेकिन व्यवस्था नहीं होने के कारण कभी इन ऑटो चालकों को पीड़ा झेलते हैं तो कभी आम लोग इन ऑटो के बेतरतीब परिचालन से परेशान हो जाते हैं.
कहीं भी रुक कर बैठाते हैं सवारी: कहीं भी रुक कर सवारी बिठाने के कारण या सवारी बिठाने के लिये देर तक रुके रहने के कारण जाम की स्थिति हो जाती है. शहर सहित सिंहेश्वर में कहीं भी ऑटो स्टैंड नहीं होने या ठहराव स्थल चिह्नित नहीं होने के कारण ऑटो चालक ऑटो को जहां-तहां खड़ी करते हैं. ऐसे में जाम की समस्या भी होती है.