कुमारखंड : बे मौसम बरसात ने किसानों को सरपर हाथ रखने को मजबूर कर दिया है. खेत के कटे गेहूं फसल में अंकुरण होने लगा है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा क्षति के आंकलन के लिए सर्वेक्षण का कार्य शुरू कर दिया है. महंगाई की मार झेल रहे किसानों को बे मौसम बरसात ने एक बार फिर सर पर हाथ रखने को मजबूर कर दिया है. इस संबध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी तरूण कुमार मिश्र ने किसान सलाहकारों को किसान के खेतों का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया है. प्रखंड के बिशनपुर सुंदर, ढ़लयाही, सिहपुर, रघुनियां, कुमारखंड, रौता, जमुआहा, कोहबाड़ा, सोनापुर, बेलारी, सिकयाहा, यदुपट्टी, बैसाढ़, सरहद, पुरैनी, परमानंदपुर, लक्षमीपुर भगवती समेत अन्य पंचायतों में खेत में कटाई के बाद तैयारी के प्रतिक्षा में पड़े गेहूं का फसल वर्षा का शिकार हो गया.
इस संबंध में कुमारखंड के बिष्णु कुमार, प्रदीप यादव, योगी यादव, भूपेंद्र यादव, सिंटू कुमार, विश्वनाथ झा, गजेंद्र सिंह, गजेंद्र यादव, भूवनेश्वरी यादव, शैलेंद्र राय, ललन यादव, सुभाष यादव, योगेन्द्र यादव, दीपनारायण यादव, विशनपुर कोड़लाही के राजीव कुमार, रामेंद्र यादव, उदयकृष्ण यादव, कुंवर किशोर यादव, सुभाष यादव, सुनील यादव, विनोद यादव, जयशंकर यादव, भूपेंद्र यादव, नारायण यादव, लक्ष्मण यादव, मुकेश यादव, सुखासन निवासी किसान ललन कुमार झा, कुशुमलाल रजक, कौशलेंद्र यादव, कामेश्वर प्रसाद सिंह समेत अन्य ने आपदा प्रबंधन विभाग से मुआवजे की मांग की है. इस संबंध में बीएओ तरूण कुमार मिश्र ने कहा कि किसानों के खेतों का सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया गया. 35 प्रतिशत से अधिक छति होने पर आपदा प्रबंध विभाग से फसल क्षति अनुदान दिया जायेगा.