फेर बदल की बयार में दोनों जगहों के मुख्य पार्षद बहे

मधेपुरा : नगर परिषद चुनाव में फेर बदल की ऐसी बयार चली की नगर परिषद मधेपुरा मुख्य पार्षद डा विशाल कुमार बबलू, नगर पंचायत मुरलीगंज की अध्यक्ष सर्जना सिद्धि समेत नप के पूर्व मुख्य पार्षद व भाजपा के विधान सभा प्रत्याशी रहे डाॅ विजय कुमार विमल वार्ड आयुक्त का चुनाव हार गये. मंगलवार की सुबह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2017 4:20 AM

मधेपुरा : नगर परिषद चुनाव में फेर बदल की ऐसी बयार चली की नगर परिषद मधेपुरा मुख्य पार्षद डा विशाल कुमार बबलू, नगर पंचायत मुरलीगंज की अध्यक्ष सर्जना सिद्धि समेत नप के पूर्व मुख्य पार्षद व भाजपा के विधान सभा प्रत्याशी रहे डाॅ विजय कुमार विमल वार्ड आयुक्त का चुनाव हार गये. मंगलवार की सुबह से ही मतगणना हॉल समेत पूरे परिसर में तापमान पूरे शबाब पर था. भीषण गरमी में भी लोग सड़कों पर अपने वार्ड का चुनाव परिणाम जानने के लिए लाइन में लगे थे.

पहले राउंड में वार्ड नंबर एक से वार्ड नंबर 13 तक की गिनती की गयी. इस क्रम में रिजल्ट आने पर पता चला वार्ड नंबर नौ से मुख्य पार्षद डा विशाल कुमार बबलु को मनीष कुमार द्वारा 129 वोट से हरा दिया गया है. मनीष कुमार ने 682 मत प्राप्त किया तो विशाल कुमार बबलु को 553 मत प्राप्त हुए. वहीं वार्ड नंबर 13 से 26 की गिनती के क्रम में आई रिजल्ट में स्पष्ट हुआ कि भाजपा के विधान सभा प्रत्याशी रहे पूर्व मुख्य पार्षद डा विजय कुमार विमल को अशोक कुमार यादव द्वारा 169 वोट से हराया गया. विजय कुमार विमल से जहां 195 मत प्राप्त हुए. वहीं अशोक कुमार यादव 364 मत प्राप्त किया. वहीं मुरलीगंज नगर पंचायत की अध्यक्ष सर्जना सिद्धि को 33 वोटो से बबीता देवी ने हराया. बबीता देवी को 308 मत प्राप्त हुए तो सर्जना सिद्धि को 275 मत मिले.

यह बेहद संयोग रहा कि मुख्य पार्षद डाॅ विशाल कुमार बबलू व उनकी पत्नी वार्ड पार्षद सुधा कुमारी जो क्रमश: वार्ड नंबर नौ व वार्ड नंबर 16 से प्रत्याशी हैं. उन दोनों को चुनाव चिह्न के रूप में ताला और चाबी आवंटित हुआ था. वार्ड नंबर नौ के प्रत्याशी के रूप में डॉ विशाल कुमार बबलू हार गये. लेकिन, वार्ड नंबर 16 की प्रत्याशी व उनकी पत्नी सुधा कुमारी चुनाव जीतने में सफल रही. वहीं पूर्व मुख्य पार्षद डा विजय कुमार विमल तथा पहली बार नगर परिषद का चुनाव लड़ रही उनकी पत्नी पूनम कुमारी जो क्रमश: वार्ड नंबर 24 और वार्ड नंबर 26 से एक जैसा चुनाव चिह्न कलम और दवात प्राप्त किये. लेकिन दोनों की हार हो गयी.

Next Article

Exit mobile version