कोई भी व्यक्ति सिर्फ अपने कर्म से नीच होता है: विस उपाध्यक्ष

कोई भी व्यक्ति सिर्फ अपने कर्म से नीच होता है: विस उपाध्यक्ष

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2025 7:31 PM

पुरैनी . संत रविदास की जयंती पर बुधवार को प्रखंड स्तरीय संत रैदास आंबेडकर विचार मंच द्वारा प्रभात फेरी निकाली गयी. वहीं आंबेडकर चौक स्थित पुस्तकालय में जयंती समारोह का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता शिक्षक संजय राम व संचालन सुबोध कुमार ने किया. मुख्य अतिथि बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष सह विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि रविदास ने अपने दोहों व पदों के माध्यम से समाज में जातिगत भेदभाव को दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया और मानवतावादी मूल्यों की नींव रखी. रविदास ने सीधे-सीधे लिखा कि ””रैदास जन्म के कारने होत न कोई नीच, नर कूं नीच कर डारि है, ओछे करम की नीच”” यानी कोई भी व्यक्ति सिर्फ अपने कर्म से नीच होता है. जो व्यक्ति गलत काम करता है, वो नीच होता है. कोई भी व्यक्ति जन्म के हिसाब से कभी नीच नहीं होता. गुरुग्रंथ साहिब में हैं रैदास के 40 पद उन्होंने कहा कि संत रविदास ने अपनी कविताओं के लिए जनसाधारण की ब्रजभाषा का प्रयोग किया है. साथ ही इसमें अवधी, राजस्थानी, खड़ी बोली और रेख्ता यानी उर्दू-फारसी के शब्दों का भी मिश्रण है. रविदास के लगभग 40 पद सिख धर्म के पवित्र धर्मग्रंथ ””गुरुग्रंथ साहब”” में भी सम्मिलित किये गये है. इसके पूर्व निकाली गयी प्रभात फेरी में रविदास समाज के महिला पुरुष और बच्चे भारी संख्या में शामिल थे. मौके पर जदयू प्रखंड अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार, पूर्व प्रमुख जवाहर मेहता, स्वास्थ्य प्रबंधक अरुण कुमार, पूर्व मुखिया पुष्प रंजन रॉय, दयाशंकर राम, चंदन दास, विनोद राम, निर्मल ठाकुर, सुनील राम, सिकंदर पासवान, सुनील कुमार, शशि राम आदि मौजूद थे.

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