प्रतिनिधि,
मधेपुरा
शहर में मुख्य चौक-चौराहों पर दुकानों से सटे व सड़क किनारे ट्रांसफॉर्मर से हादसे व सुरक्षा को लेकर बिजली विभाग ने अहम कदम उठाया है. शहर के मुख्य चौक-चौराहों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लगे ट्रांसफॉर्मरों के आसपास बैरिकेडिंग की जा रही है. यह कदम स्थानीय लोगों व जानवरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. मालूम हो कि शहर के सड़क किनारे खुले ट्रांसफॉर्मर व ट्रांसफॉर्मर से सटे दुकानों को लेकर 17 दिसंबर को प्रभात खबर द्वारा पेज नंबर दो पर बिजली विभाग की लापरवाही से हादसे की रहती है आशंका हेडिंग के साथ खबर चलाया गया था. खबर पर कार्रवाई करते हुए बिजली विभाग के द्वारा कार्रवाई की गयी है.जेई सुशील कुमार ने किया निरीक्षणबुधवार को शहर में सड़क किनारे लगे ट्रांसफॉर्मर की ही रही बैरिकेडिंग का बिजली विभाग के शहरी जेई सुशील कुमार ने निरीक्षण किया. संबंधित लोगों को दिशा निर्देश दिया. मौके पर जेई ने कहा कि शहर के मुख्य चौक-चौराहों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बिजली के ट्रांसफॉर्मर खुले में लगे हुये थे, जिनसे हादसों का खतरा बना रहता था. बारिश के मौसम में यह खतरा और भी बढ़ जाता था. पानी के संपर्क में आने से करंट लगने या आग लगने जैसी घटनाएं हो सकती थी. ट्रांसफॉर्मरों के पास से गुजरने वाले राहगीरों, बच्चों व जानवरों के लिए यह एक बड़ी चिंता का विषय था. इसके कारण बिजली विभाग ने यह कदम उठाया है. मौके पर बिजली विभाग के कर्मी संजीत भगत, मो आतिफ आदि उपस्थित थे.
शहर के 20 जगहों पर किया जा रहा है ट्रांसफॉर्मर का बैरिकेडिंगजेई ने बताया कि सड़क किनारे लगे ट्रांसफॉर्मर के बैरिकेडिंग का यह कार्य पूरे शहर में लागू किया जायेगा. प्राथमिकता उन इलाकों को दी जा रही है, जहां दुर्घटनाओं की संभावना अधिक है. इसलिए सबसे पहले शहर के मुख्य चौक-चौराहों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सड़क किनारे लगे ट्रांसफॉर्मर का बैरिकेडिंग किया जा रहा है. इस दौरान शहर के कॉलेज चौक, पुरानी बाजार, थाना चौक, सुभाष चौक, एसडीओ कार्यालय के समक्ष, कर्पूरी चौक, स्टेशन के समीप, जिला अतिथि गृह, समाहरणालय समेत 20 जगहों पर ट्रांसफॉर्मर का बैरिकेडिंग किया जा रहा है.खुले ट्रांसफॉर्मर के कारण रहती थी हादसे की आशंकाशहर के मुख्य चौक-चौराहों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में खुले में लगे ट्रांसफॉर्मर लंबे समय से लोगों के लिए खतरा बना हुआ था. खासकर बारिश के मौसम में ट्रांसफॉर्मर में आग लगने जैसी घटनाएं सामने आती थी. मुख्य चौक-चौराहों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लगे यह ट्रांसफॉर्मर अक्सर बच्चों, राहगीरों, दोपहिया वाहन चालकों व जानवरों के लिए चिंता का कारण बना हुआ था. स्थानीय लोगों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया, अब जाकर बिजली विभाग ने इस पर ठोस कदम उठाया है.
संभावित हादसों को टालना ट्रांसफॉर्मर बैरिकेडिंग का मुख्य उद्देश्यशहर के मुख्य चौक-चौराहों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बिजली के ट्रांसफॉर्मरों के चारों ओर बैरिकेडिंग का काम किया जा रहा है. इस पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों को ट्रांसफॉर्मर के पास जाने से रोकना व संभावित हादसों को टालना है. बिजली विभाग ने फैसला लिया कि सभी ट्रांसफॉर्मरों के चारों ओर बैरिकेडिंग की जायेगी. इससे लोग ट्रांसफॉर्मर के करीब नहीं जा पायेंगे और दुर्घटनाओं से बचा जा सकेगा. बिजली विभाग ने इस कार्य को प्राथमिकता देते हुए तुरंत कार्य शुरू कर दिया है.लोगों की सुरक्षा को लेकर बिजली विभाग ने उठाया है कदमस्थानीय लोगों ने बिजली विभाग के इस कदम की सराहना की है. लोगों का कहना है कि यह कदम पहले उठाया जाना चाहिए था. शहर में लोगों की सुरक्षा को लेकर बिजली विभाग ने कदम उठाया है. लोगों ने कहा कि ट्रांसफॉर्मर के पास से गुजरते समय हमेशा डर लगा रहता था. बच्चे कई बार ट्रांसफॉर्मर के पास से गुजर जाते थे. बैरिकेडिंग से अब हम निश्चिंत हो गये हैं. वहीं दुकानदारों का मानना है कि बैरिकेडिंग से उनके दुकानों के पास ट्रांसफॉर्मर से जुड़े खतरों में कमी आयेगी. पहले हमेशा डर रहता था कि कोई हादसा न हो जाये, अब बैरिकेडिंग हो जाने से राहत मिली है.
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