Bihar: ‘हेलो मैम सुना है आप इनोवेटिव तरीके से पढ़ाती हैं’, जूही मैम की जुगाड़ वाली पढ़ाई के कायल हुए ACS सिद्धार्थ
Bihar: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने मधेपुरा में एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका को वीडियो कॉल किया. एस सिद्धार्थ ने शिक्षिका की खूब तारीफ की.
Bihar: मैडम, आपके बारे में कुछ सुना है कि आप इनोवेटिव तरीके से पढ़ा रही हैं… क्या करती है… मतलब लोकल मेटेरियल से पढ़ाती हैं… थोड़ा हमको बताइए. सोमवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने कुमारखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय घोड़दौड़ की शिक्षिका कुमारी जूही भारती को वीडियो कॉल कर उनसे बात की और उनके पढ़ाने के तरीके के बारे में पूछताछ की. वीडियो कॉल के दौरान अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के वरिष्ठतम अधिकारी नहीं, बल्कि जिज्ञासु की तरह बातें कर रहे थे और शिक्षिका जूही भी उत्साहित हो अपने पढ़ाने के तरीके को सामान्य लहजे में बता रही थी.
एस सिद्धार्थ बोले- अभी कम बच्चे आ रहे स्कूल
प्रभात खबर के 16 दिसंबर के अंक में ‘प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण से बच्चों में हो रहा बदलाव’ शीर्षक से खबर प्रकाशित होते ही सोमवार को एसीएस एस सिद्धार्थ ने सीधे शिक्षिका के नंबर पर वीडियो कॉल किया. हालांकि शिक्षिका ने एस सिद्धार्थ को यह भी बता दिया कि अभी कम संख्या में बच्चे स्कूल आ रहे हैं. भोली भाली, ईमानदार और मेहनतकश शिक्षिका ने भी उन्हें ईमानदारी से जवाब दे दिया. जूही भारती प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग से गणित और विज्ञान पढ़ा बच्चों की पढ़ाई में दिलचस्पी बढ़ा रही है. बच्चे या उनके अभिभावकों को किसी तरह के आर्थिक बोझ से बचा रही है.
एसीएस के कॉल के बाद स्कूल पहुंचे डीपीओ
एसीएस एस सिद्धार्थ के वर्चुअल निरीक्षण के बाद सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ ने विद्यालय पहुंचकर शिक्षक उपस्थिति सहित छात्रोपस्थिति, एमडीएम, खेल सामग्री, एफएलएन किट, पुस्तक, गृह कार्य, विद्यालय में वर्ग कक्ष की स्थिति एवं संख्या, शौचालय, खेल परिसर समेत पोशाक आदि की गहनता पूर्वक जांच किया. इस दौरान डीपीओ ने प्रधानाध्यापक मो. गयासुद्दीन एवं शिक्षिका कुमारी जूही भारती से विद्यालय संबंधी गतिविधि की जानकारी ली. डीपीओ ने वर्ग कक्ष का निरीक्षण कर शिक्षक एवं छात्रों से भी बातें की.
एसीएस एस सिद्धार्थ ने प्रोजेक्ट बेस्ट लर्निंग के माध्यम से कक्षाओं में हो रहे बदलाव की सराहना की और कहा कि कुमारी जूही भारती के मेहनत से पीबीएल प्रोग्राम में मधेपुरा राज्य में प्रथम स्थान पर आया है. उम्मीद है भविष्य में यहां के बच्चे अच्छा कर सकेंगे. उन्होंने शिक्षकों का मनोबल बढ़ाते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में भरपूर सहयोग का भरोसा दिलाया. (कुमार आशीष)
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