बीएनएमयू में स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा 18 से
बीएनएमयू में स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा 18 से
मधेपुरा. भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर परीक्षा जून-2024 की परीक्षा तिथि, परीक्षा कार्यक्रम व परीक्षा केंद्र की सूची जारी कर दी गयी है. इस बाबत बीएनएमयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो शशिभूषण ने बताया कि स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा 18 मई से शुरू होगी, जो 26 मई को संपन्न होगी. परीक्षा के सफल संचालन के लिए स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के विषय को दो ग्रुप में बांटा गया है. दो ग्रुप में बांटे गये सभी विषय- ग्रुप ए में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी ,जूलॉजी, जियोलॉजी, साइकोलॉजी, स्टैटिक्स(आर्ट्स एंड साइंस), जोगरफी, इकनॉमिक्स, एआईएच, एनथ्रोपोलॉजी, पीएमआईआर (एलएसडब्लू), रूरल इकनॉमिक्स व पॉलिटिकल साइंस विषय को रखा गया है. वहीं ग्रुप बी में मैथेमेटिक्स (आर्ट्स एंड साइंस), फिलॉसफी, उर्दू, संस्कृत, मैथिली, सोशियोलॉजी, हिंदी, म्यूजिक, हिस्ट्री, कॉमर्स, होम साइंस व इंग्लिश विषय को रखा गया है. तीन परीक्षा केंद्र पर होगी स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा- परीक्षा नियंत्रक प्रो शशिभूषण ने बताया कि स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर तीन परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. इसके लिए मधेपुरा, सहरसा व सुपौल में एक-एक परीक्षा केंद्र बनाया गया है. परीक्षा नियंत्रक प्रो शशिभूषण ने बताया कि मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा में ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय मधेपुरा, पार्वती विज्ञान महाविद्यालय मधेपुरा व विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभाग के सभी विषय के छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे. दो पाली में ली जायेगी परीक्षाृ- ईस्ट एंड वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग महाविद्यालय पटुवाहा सहरसा में पीजी सेंटर सहरसा, एमएलटी कॉलेज सहरसा, रमेश झा महिला महाविद्यालय सहरसा, एसएनएस आरकेएस कॉलेज सहरसा व आरएम कॉलेज सहरसा के छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे. वहीं राधेश्याम टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज सुपौल में बीएसएस कॉलेज सुपौल के छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे. परीक्षा दो पाली में ली जायेगी. पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक होगी. वहीं दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक होगी. पहली बार निजी महाविद्यालय में बनाया गया परीक्षा केंद्र- पहली बार स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा का परीक्षा केंद्र तीनों जिलों में बनाया गया है. तीनों परीक्षा केंद्र निजी बीएड महाविद्यालय व संबद्ध महाविद्यालय में बनाया गया है. जानकारों की मानें तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा केंद्र बनाने में यूजीसी गाइडलाइंस का उल्लंघन किया है. विश्वविद्यालय प्रशासन के इस कार्यशैली की छात्र-छात्राओं, बुद्धिजीवियों व आम जनमानस में चर्चा होने लगी है.
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