मुख्य पार्षद सर्जना सिद्धि सहित आठ पर सीओ ने अभद्र व्यवहार का दर्ज कराया मामलालगाया हो-हंगामा, अभद्र व्यवहार व गाली-गलौज करने का आरोपसीओ ने कहा, मुख्य पार्षद के पति नीलकमल जान मारने पर थे उतारुसैरात की जमीन पर बिना अनुमति के अवैध निर्माण कार्य का दबाव बनाने का लगाया आरोपप्रतिनिधि, मधेपुरामुरलीगंज के अंचलाधिकारी किसलय कुमार ने बीते शनिवार को थाना जनता दरबार में भूमि विवादों का निष्पादन करने के क्रम में मुरलीगंज नगर पंचायत की मुख्य पार्षद सर्जना सिद्धि, उनके पति नीलकमल ऊर्फ पपलू सहित अन्य आठ लोगों पर हो-हंगामा, अभद्र व्यवहार व गाली-गलौज करने का आरोप लगाते प्राथमिकी दर्ज कराया है. सीओ ने थाने में दिये आवेदन में बताया कि जनता दरबार के बीच में ही 40 से 50 लोग आये, जिसमें बेबी कुमारी, रूही सिंह, मुख्य पार्षद सर्जना सिद्धि के पति नीलकमल यादव उर्फ पपलू, गुड्डू यादव, प्रवेश यादव, किनकर यादव, रविकांत कुमार आदि शामिल थे. सीओ ने बताया कि इन लोगों ने हंगामा करते हुए जनता दरबार के जरूरी कार्य को बाधित किया. साथ ही बेबी कुमारी और रूही सिंह ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए सीओ के साथ हाथापाई की व उनके बगल वाली कुर्सी पर जबर्दस्ती बैठ गयी. उन्होंने बताया कि उनके और उनके परिवार वालों का नाम लेकर गाली-गलौज शुरू कर दी. बार-बार शांत रहने की अपील करने पर भी इन लोगों के साथ भीड़ में शामिल लोग लगातार नारेबाजी और गाली-गलौज करते रहे. सीओ ने बताया कि ये लोग उन्हें अपने कब्जे में लेकर जान से मारने पर उतारू थे. रूही, पपलू और गुड्डू भीड़ को उकसा रहे थे. स्थिति को तनावपूर्ण देख थानाध्यक्ष व अन्य पुलिसकर्मी बीच बचाव में सामने आये और भीड़ से उन्हें निकाले. सीओ ने बताया कि आरोपियों ने गेट तोड़कर उनके माता-पिता के साथ गाली गलौज व मारपीट की. उनके पिता का चेन नीलकमल उर्फ पपलू ने छीन लिया.अवैध निर्माण कार्य का था दबाव: सीओसीओ ने बताया कि मुरलीगंज के कई भू-माफियाओं और अपराधी किस्म के लोग सक्रिय हैं. नीलकमल उर्फ पपलू एक दलित महिला शिक्षक के साथ मारपीट कर चुका है. इसकी प्राथमिकी भी दर्ज है. इसके अलावा हाल ही में उसके द्वारा अंचल अंतर्गत कचहरी स्थित सैरात की भूमि में बिना अनुमति के अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसका वो पूर्व की तिथि में एनओसी देने का दबाव बना रहा था. इसे लेकर 15 व 18 मई को सीओ के आवास पर अपने अन्य साथी के साथ पहुंच धमकी और गाली-गलौज किया था. साथ ही रंगदारी के रूप में पांच लाख रुपये की मांग भी की थी. नहीं देने पर जान से मारने व नौकरी खा जाने की धमकी दिया था. नीलकमल उर्फ पपलू व उनके सहयोगी को आपराधिक प्रवृति का दबंग व्यक्ति बताते सरकारी काम गलत तरीके से करने का दबाब बनाने का आरोप लगाया है.
मुख्य पार्षद सर्जना सिद्धि सहित आठ पर सीओ ने अभद्र व्यवहार का दर्ज कराया मामला
मधेपुरा. मुरलीगंज के अंचलाधिकारी किसलय कुमार ने बीते शनिवार को थाना जनता दरबार में भूमि विवादों का निष्पादन करने के क्रम में मुरलीगंज नगर पंचायत की मुख्य पार्षद सर्जना सिद्धि, उनके पति नीलकमल ऊर्फ पपलू सहित अन्य आठ लोगों पर हो-हंगामा, अभद्र व्यवहार व गाली-गलौज करने का आरोप लगाते प्राथमिकी दर्ज कराया है. सीओ ने थाने में दिये आवेदन में बताया कि जनता दरबार के बीच में ही 40 से 50 लोग आये, जिसमें बेबी कुमारी, रूही सिंह, मुख्य पार्षद सर्जना सिद्धि के पति नीलकमल यादव उर्फ पपलू, गुड्डू यादव, प्रवेश यादव, किनकर यादव, रविकांत कुमार आदि शामिल थे. सीओ ने बताया कि इन लोगों ने हंगामा करते हुए जनता दरबार के जरूरी कार्य को बाधित किया. साथ ही बेबी कुमारी और रूही सिंह ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए सीओ के साथ हाथापाई की व उनके बगल वाली कुर्सी पर जबर्दस्ती बैठ गयी. उन्होंने बताया कि उनके और उनके परिवार वालों का नाम लेकर गाली-गलौज शुरू कर दी. बार-बार शांत रहने की अपील करने पर भी इन लोगों के साथ भीड़ में शामिल लोग लगातार नारेबाजी और गाली-गलौज करते रहे. सीओ ने बताया कि ये लोग उन्हें अपने कब्जे में लेकर जान से मारने पर उतारू थे. रूही, पपलू और गुड्डू भीड़ को उकसा रहे थे. स्थिति को तनावपूर्ण देख थानाध्यक्ष व अन्य पुलिसकर्मी बीच बचाव में सामने आये और भीड़ से उन्हें निकाले. सीओ ने बताया कि आरोपियों ने गेट तोड़कर उनके माता-पिता के साथ गाली गलौज व मारपीट की. उनके पिता का चेन नीलकमल उर्फ पपलू ने छीन लिया. अवैध निर्माण कार्य का था दबाव: सीओ- सीओ ने बताया कि मुरलीगंज के कई भू-माफियाओं और अपराधी किस्म के लोग सक्रिय हैं. नीलकमल उर्फ पपलू एक दलित महिला शिक्षक के साथ मारपीट कर चुका है. इसकी प्राथमिकी भी दर्ज है. इसके अलावा हाल ही में उसके द्वारा अंचल अंतर्गत कचहरी स्थित सैरात की भूमि में बिना अनुमति के अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसका वो पूर्व की तिथि में एनओसी देने का दबाव बना रहा था. इसे लेकर 15 व 18 मई को सीओ के आवास पर अपने अन्य साथी के साथ पहुंच धमकी और गाली-गलौज किया था. साथ ही रंगदारी के रूप में पांच लाख रुपये की मांग भी की थी. नहीं देने पर जान से मारने व नौकरी खा जाने की धमकी दिया था. नीलकमल उर्फ पपलू व उनके सहयोगी को आपराधिक प्रवृति का दबंग व्यक्ति बताते सरकारी काम गलत तरीके से करने का दबाब बनाने का आरोप लगाया है.
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