केंद्र सरकार की बजट किसान व मजदूर विरोधी
केंद्र सरकार की बजट किसान व मजदूर विरोधी
प्रतिनिधि,
मधेपुरा
बिहार राज्य किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को संगठन के राष्ट्रीय व्यापी आह्वान पर जिला मुख्यालय के पश्चिमी बाइपास रोड स्थित शहीद चुल्हाई चौक पर केंद्रीय बजट 2025-26 की प्रतियांजलायी गयी. मौके पर किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. बिहार राज्य किसान सभा के प्रांतीय सह-संयोजक प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि केंद्र सरकार की बजट पूरी तरह से किसान व मजदूर विरोधी है. उन्होंने कहा कि यह बजट खोदा पहाड़ निकली चुहिया के समान है. इस बजट में न तो एमएसपी की गारंटी है, न तो किसानों की ऋण माफी है, न तो उर्वरक खादों में सब्सिडी व मनरेगा में राशि की बढ़ोतरी है और न ही नौजवानों को सरकारी नौकरी देने की कोई योजना है. किसान नेता प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि यह बजट पूरी तरह से कॉरपोरेट बजट है. किसान सभा के वरीय नेता गणेश मानव ने कहा कि इस बजट में फिर एक बार बिहार के साथ छलावा किया गया है. बजट में न तो विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है और न हीं विशेष पैकेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह बजट किसानों की नहीं, बल्कि कंपनियों की बजट है. किसान नेता विद्याधर मुखिया, रमेश कुमार शर्मा व दिलीप पटेल ने कहा कि बजट में महंगाई की मार झेल रही देश की जनता की कोई सुधि नहीं ली गयी है. एआइएसएफ के जिलाध्यक्ष वसीमउद्दीन उर्फ नन्हें, युवा नेता मो परवेज आलम, छोटू कुमार व विकास यादव ने कहा कि यह छात्र व युवा विरोधी बजट है .
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