Coronavirus : गुजरात के राजकोट से बिहार स्थित अपने घर आने के दौरान युवक की मुगलसराय में मौत

राजकोट से घर आ रहे बिहार में मधेपुरा स्थित शंकरपुर प्रखंड अंतर्गत रामपुरलाही पंचायत के वार्ड 12 निवासी एक युवक की मौत मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर उतारने के बाद हो गयी. जानकारी के अनुसार युवक राजकोट में राजदान फैक्टरी में मजदूरी करता था. एक सप्ताह पूर्व उसे बुखार आया. तबीयत बिगड़ने के बाद वहां के लोगों ने उसे भाड़े के घर में रखने से मना कर दिया.

By Samir Kumar | March 24, 2020 10:10 PM

मधेपुरा : राजकोट से घर आ रहे बिहार में मधेपुरा स्थित शंकरपुर प्रखंड अंतर्गत रामपुरलाही पंचायत के वार्ड 12 निवासी एक युवक की मौत मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर उतारने के बाद हो गयी. जानकारी के अनुसार युवक राजकोट में राजदान फैक्टरी में मजदूरी करता था. एक सप्ताह पूर्व उसे बुखार आया. तबीयत बिगड़ने के बाद वहां के लोगों ने उसे भाड़े के घर में रखने से मना कर दिया.

इसके बाद युवक के साथ में रह रहे गांव के एक युवक ने उसे गांव के लिए रवाना किया, लेकिन मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद युवक का तबीयत बिगड़ गया. तबीयत बिगड़ने के बाद, साथ में चल रहे युवक ने उसे मुगलसराय सरकारी अस्पताल ले गया, लेकिन वहां युवक के उपचार नहीं होने के कारण मौत हो गयी.

मृतक के साथ में आये बरियाही निवासी युवक ने बताया कि मृतक युवक के साथ हम भी गुजरात के राजकोट जिला के एक राजदान पशु आहार फैक्टरी में काम करता था. एक सप्ताह पूर्व मृतक को बुखार आना शुरू हो गया, जिसका उपचार कराया गया. उपचार के बाद वहां के लोगों के लोगों ने रहने से मना कर दिया. मुगलसराय पहुंचने के बाद ट्रेन से उतरने के बाद बीमार युवक की तबीयत और बिगड़ने लगा. किसी तरह उक्त युवक को मुगलसराय सरकारी अस्पताल ले गये, लेकिन वहां तैनात स्वास्थ्यकर्मी ने कोरोना होने की शंका को लेकर किसी प्रकार का न तो उपचार किया गया और न ही सहायता किया गया. इस कारण कुछ देर बाद युवक की मौत हो गयी.

घटना के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद, बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिये, पोस्टमार्टम रिपोर्ट बाद में वॉट्सएप पर भेज देने की बात कह शव मुझे सौंप दिया.

शव गांव में पहुंचते ही मचा अफरा-तफरी

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर शव गांव पहुंचते ही जहां गांव में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. वहीं, ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना देते हुए सूझबूझ से काम लिया एवं शव को घर पहुंचने देने के बजाय सुनसान जगह नदी के किनारे ले जाकर रखवाया गया. सूचना मिलते ही सीओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष रामबाबू विश्वकर्मा, अंचल अमीन प्रभात राम, प्रखंड नाजिर इंद्रभूषण कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कुंदन कुमार ने पुलिस बल के साथ बरियाही गांव नदी के किनारे पहुंचकर मामले की जांच के बाद अपने उपस्थिति में नदी के किनारे ही शव का दाह संस्कार करवाया. साथ ही मृतक युवक के साथ आये युवक को परिवार के लोगों एवं अन्य लोगों के संपर्क से दूर रहने की सलाह दिया.

इस बाबत डाॅ. कुंदन कुमार ने बताया कि मृतक युवक के इलाज के दौरान कराये गये जांच रिपोर्ट में अपेंडिक्स होने का बात सामने आया था. जिसे अस्पताल में भर्ती करने के लिए डॉक्टर के द्वारा निर्देशित किया गया था. जो डॉक्टर के पुर्जा पर अंकित है, लेकिन उसे भर्ती करने के बजाय घर लाया जा रहा था. युवक की मौत जांच रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात सामने नहीं आ रही है. मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आ सकता है. युवक की मौत किस कारण हुई है.

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