बाढ़ पीड़ितों के राहत व बचाव की मांग को ले भाकपा ने किया प्रदर्शन
बाढ़ पीड़ितों के राहत व बचाव की मांग को ले भाकपा ने किया प्रदर्शन
प्रतिनिधि, चौसा
प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव के बाढ़ पीड़ितों को राहत व बचाव, किसानों को फसल क्षति मुआवजा, भूमिहीनों को वास और आवास देने की मांग को लेकर शुक्रवार को भाकपा कार्यकर्ताओं व बाढ़ पीड़ितों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने शासन और प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोला. प्रदर्शनकारियों ने अंचलाधिकारी का घेराव भी किया, जिसका नेतृत्व भाकपा के वरीय नेता व पूर्व मुखिया रामदेव सिंह ने किया. भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के प्रति प्रशासनिक संवेदनहीनता नहीं सहेंगे. सभी बाढ़ पीड़ितों को राहत और बचाव शीघ्र सुनिश्चित किया जाए एवं किसानों को फसल क्षति मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि प्रखंड के फुलौत, मोरसंडा, चिरौरी, पैना, चंदा, लौआलगान, अजगेवा आदि दर्जनों गांव टापू में तब्दील हो चुके हैं. रात में अगर कोई बीमार हो जाए तो, उसकी जान चली जाएगी, चौसा अस्पताल नहीं पहुंच पाएगा. नाव का परवाना नहीं दिया जाता है. कई विद्यालय भी पानी से घिरे हुए हैं. इस इलाके में जान जोखिम में डालकर शिक्षक और छात्र विद्यालय पहुंचते हैं. उन्होंने तत्काल ऐसे विद्यालय को बंद करने की मांग की. अंचल मंत्री बाबूलाल मंडल एवं पूर्व अंचल मंत्री अंबिका मंडल ने कहा कि भ्रष्टाचार के आकंठ में शासन और प्रशासन डूबी है. मुकुंद प्रसाद यादव एवं श्याम सुंदर शर्मा ने जमीन की दाखिल खारिज में व्याप्त अनियमितता पर जमकर हमला बोला. नेताओं ने मनरेगा सहित विभिन्न गरीबी उन्मूलन एवं विकास योजनाओं में हो रहे लूट पर रोक लगाने की मांग की. प्रदर्शन में छतरी राम, सच्चिदानंद शाह, भुवनेश्वरी शर्मा, संजय सिंह, उपेंद्र शर्मा, मो तसलीम, दशरथ मंडल, उपेंद्र भगत, श्याम मंडल, कपिलदेव शर्मा, जगदीश मंडल, बंदेलाल मंडल, विशेश्वर यादव, मीना देवी, अकली देवी, अमला देवी, रिंकी देवी, अनीता देवी आदि शामिल थीं.
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