डेयरी फार्म संचालक की गोली मारकर हत्या
शनिवार की रात थाना क्षेत्र के श्याम वार्ड नंबर दस निवासी शंकर यादव उर्फ मुसहरू यादव के 22 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार को हथियारबंद अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी.
ग्वालपाड़ा. शनिवार की रात थाना क्षेत्र के श्याम वार्ड नंबर दस निवासी शंकर यादव उर्फ मुसहरू यादव के 22 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार को हथियारबंद अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. मिली जानकारी के अनुसार, सौरभ कुमार पुराने डीह पर वर्षों से दूध का डेयरी फार्म चलाता था. बताया जाता है कि शनिवार की रात सौरभ कुमार अपने डेयरी पर था. उसी समय किसी ने फोन कर उसे बगल में ही श्याम वार्ड नंबर बारह डोहटबारी डोमासी बुलाया. सौरभ कुमार अपनी बाइक से जैसे ही वहां पहुंचा कि पूर्व से घात लगाये अपराधी सामने से गले में गोली मार दी. इससे सौरभ की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. गोली की आवाज पर जुटे लोगों ने सौरभ के परिवार वालों को घटना की सूचना दी. परिवार वाले जब घटनास्थल पर पहुंचे तब तक सौरभ कुमार दम तोड़ चुका था. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष विजय पासवान दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया . वहीं घटना के कारण का पता नहीं चल रहा है. साथ ही परिवार के लोग भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है. लोगों के मुताबिक सौरभ स्वभाव से सीधा, सरल और मृदुभाषी था. किसी के साथ उसकी कोई दुश्मनी नहीं थी. वहीं सूचना मिलने पर एसडीपीओ अविनाश कुमार घटनास्थल पर पहुंच कर घटना के बारे में लोगों से जानकारी ली.थानाध्यक्ष विजय पासवान ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है. जल्द घटना से पर्दा उठ जायेगा एवं अपराधी जेल के अंदर होगा.
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, सौरभ कुमार के पिता मुसहरु यादव दो भाई हैं. मुसहरू यादव एवं राजकुमार यादव दोनों भाई पूर्व में वार्ड नंबर दस बस्ती में ही रहा करते थे. हाल के दिनों में मुसहरू यादव बस्ती से निकल कर वार्ड नंबर दस में ही दरगाह के बगल में घर बना कर रह रहे हैं. मुसहरू यादव को दो पुत्र सौरभ कुमार एवं गौरव में सौरभ बड़ा था. गौरव पढ़ाई करता है. सौरभ कुमार की शादी डेढ़ साल पहले मुरलीगंज थाना के झखरन प्रतापनगर में प्रीति कुमारी के साथ हुई थी. उसे तीन माह की एक बच्ची भी है.परिवार में कोहराम, टोले में सन्नाटा
सौरभ कुमार की हत्या से परिवार में जहां कोहराम मचा हुआ है, वहीं टोले मोहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है. सौरभ कुमार की पत्नी अपनी तीन माह की बेटी को गोदी में लेकर अचेत होकर लोगों की तरफ देख रही है. उसके मुंह से आवाज नहीं निकल रही है, आखों के आसूं सूख चुके हैं. दूसरी तरफ सौरभ कुमार की मां घर के बरामदे पर बेहोश पड़ी हुई है. जिसे ग्रामीण महिलाओं के द्वारा आखों पर पानी का छींटा देकर होश में लाया जाता है, लेकिन पुनः वह बेहोश हो जाती है. आंगन से बाहर सौरभ कुमार के पिता बदहवास पड़ा हुआ है. कुछ भी बोल नहीं पा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है