ससुराल आये युवक की संदिग्ध स्थिति में मौत, परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप
आलमनगर थाना क्षेत्र की इटहरी पंचायत अंतर्गत नाथनगर वार्ड दो निवासी प्रमोद पासवान का पुत्र 30 वर्षीय राजा पासवान का विवाह आलमनगर नगर पंचायत के लदमा राजेंद्र पासवान उर्फ राजू पासवान के पुत्री संगीता देवी के साथ करीब 6 वर्ष पूर्व हुआ था.
मृतक के पिता के आवेदन पर मामला दर्ज, कार्रवाई शुरू, प्रतिनिधि, आलमनगर. आलमनगर थाना क्षेत्र की इटहरी पंचायत अंतर्गत नाथनगर वार्ड दो निवासी प्रमोद पासवान का पुत्र 30 वर्षीय राजा पासवान का विवाह आलमनगर नगर पंचायत के लदमा राजेंद्र पासवान उर्फ राजू पासवान के पुत्री संगीता देवी के साथ करीब 6 वर्ष पूर्व हुआ था. थाना में दिये आवेदन में मृतक के पिता इटहरी पंचायत के पूर्व सरपंच प्रमोद पासवान ने बताया कि मेरे पुत्र राजा पासवान का विवाह संगीता देवी पिता राजेंद्र पासवान उर्फ राजू पासवान लदमा थाना आलमनगर जिला मधेपुरा के साथ हुई थी. इसमें दो बच्चे हैं. मृतक की पत्नी संगीता देवी एक बदचलन महिला थी, जो स्थानीय पीकेश कुमार पासवान पिता विनोद पासवान से प्रेम करने लगी थी. जिसकी जानकारी मेरे पुत्र राजा पासवान को हुई तो राजा पासवान उक्त प्रेम प्रसंग का विरोध करने लगा. इसी क्रम में मेरे पुत्र राजा पासवान को संगीता देवी ने फोन कर बुलाया और बोली 40 हजार रुपये लेकर मायके लदमा आ जाए. अब मुझे आपके साथ विदाई होकर ससुराल आना है. मेरा पुत्र 40 हजार व अपनी पत्नी व बाल बच्चों के लिए नया कपड़ा व संदेश लेकर 20 नवंबर को ग्राम लदमा गया. पत्नी संगीता देवी व ससुराल के लोग कल परसों विदाई कर देंगे की बात कर कर रोक लिया. पीकेश के साथ था अवैध संबंध इसी क्रम में संगीता देवी व पीकेश कुमार पासवान के बीच अवैध स्थिति में देखकर विरोध किया तो संगीता देवी पीकेश कुमार पासवान, राजेंद्र पासवान वगैरह सभी ने मिलकर दिनांक 30 नवंबर को दिन के दो बजे मारपीट भी की. जिसकी जानकारी मुझे दिया तो मैंने अपने पुत्र राजा पासवान को समझाकर पत्नी को विदा कराकर घर आने की बात कही. राजेंद्र पासवान से भी बात कराया तो राजेंद्र पासवान ने कहा कि अहले सुबह बेटी दामाद दोनों की विदाई कर देंगे, लेकिन रविवार को सुबह पांच बजे मोबाइल से जानकारी मिली कि मेरे पुत्र राजा पासवान की हत्या हो गयी है. जब मैं लदमा पहुंचा तो अपने पुत्र राजा पासवान के लाश को देखकर आश्चर्यचकित हो गया. मेरे पुत्र के गले में रस्सी के फंदे का निशान स्पष्ट दिखाई दे रहा था, जो काला पड़ गया था. इस बाबत थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों के द्वारा हत्या को लेकर आवेदन दिया गया है. आवेदन पर तत्काल मुकदमा दर्ज करते हुए हत्या के कारण के विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है. जल्द ही घटना का उद्भेदन करते हुए नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी. वहीं आलमनगर पुलिस के द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
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