प्रतिनिधि, मधेपुरा
विद्यालय से बाहर के 6-14 व 15-19 आयु वर्ग के बच्चों की पहचान के लिए गृहवार सर्वेक्षण करवाया जायेगा. गुरुवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी मो सईद अंसारी ने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद राज्य परियोजन निदेशक के पत्र के आलोक में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सभी प्रखंड परियोजना प्रबंधक, सभी प्रखंड डाटा इंट्री ऑपरेटर -सह-लेखापाल, सभी प्रखंड साधन सेवी को इस कार्य में लगाया जायेगा. पत्र में डीईओ ने कहा बच्चों की मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार 06-14 आयु वर्ग के सभी बच्चों का शिक्षा का अधिकार प्राप्त है. इसके बाद भी कई बच्चे अपने इस मौलिक अधिकार से वंचित रह जाते हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन नीति में विद्यालय के बाहर के बच्चों को चिन्हित करने के लिए गृहवार सर्वेक्षण की महत्ता पर जोर दिया गया है. सर्वेक्षण का उद्देश्य विद्यालय से बाहर के 6-14 आयु वर्ग के बच्चों की पहचान करना व उन्हें उस सापेक्ष कक्षा में नामांकन कराना है. साथ ही 15-19 आयु वर्ग के वैसे बच्चों को भी चिन्हित करना है जो किसी कारण वश 10वीं व 12वीं की शिक्षा पूरी नहीं कर सके है. प्रत्येक शैक्षणिक सत्र के अंत में बच्चों के नामांकन की विस्तारित अवधि 30.09.2024 के बाद विद्यालय से बाहर के बच्चों की पहचान किया जायेगा. वहीं निर्धारित प्रपत्र में विद्यालय से बाहर के बच्चों का पहचान कर आंकड़ों की प्रवृटि प्रबंध पोर्टल पर की जायेगी.
जिला स्तरीय कोर कमेटी का हुआ गठन
इस कार्य के लिए जिला स्तरीय कोर कमेटी का गठन किया गया है,जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकरी, प्रा शि व समग्र शिक्षा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, माध्यमिक शिक्षा, समन्वयक, प्रवेश व विशेष प्रशिक्षण, एमआइएस प्रभारी शामिल है.
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