मधेपुरा. एक बार फिर दिनेश चंद्र यादव राजनीति के पुरोधा साबित हुए. 18वीं लोकसभा चुनाव में दिनेश चंद्र यादव को 640649 मत मिला. वहीं निकटतम प्रतिद्वंदी इंडिया गठबंधन से राजद प्रत्याशी प्रो चंद्रदीप को 466115 मत मिला. दिनेश चंद्र यादव ने 174534 मतों से प्रो चंद्रदीप को पराजित कर अपने सिर जीत का सेहरा सजा लिया. दिनेश चंद्र यादव चौथी बार सांसदी जीतकर राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी साबित हो चुके हैं. 1951 में सहरसा के बनमा में जन्मे दिनेश चंद्र यादव ने पटना विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की डिग्री प्राप्त की. 1966 में छात्र राजनीति से राजनैतिक क्षेत्र में प्रवेश करने वाले दिनेश ने 1995 से चुनावी राजनीति से नाता जोड़ा, जो अब तक लगातार बरकरार है. चार बार विधायक व दो बार बने मंत्री दिनेश चंद्र यादव का चुनावी राजनैतिक सफर 1990 से शुरू हुआ. वे पहली बार सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट से जनता दल (चक्र छाप) के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे. साल 2005 में दूसरी बार और तीसरी बार भी ये सिमरी बख्तियारपुर से विधानसभा का चुनाव लड़े और विधायक चुने गये. 2015 में हुए चुनाव में दिनेश चौथी बार सिमरी बख्तियारपुर के विधायक बने. इस बीच 2008 में वे बिहार सरकार में उद्योग मंत्री व 2017 में लघु जल संसाधन व आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री भी बनाये गये. पांचवीं बार सांसद बनने में मिली सफलता साल 1996 में जनता दल के टिकट पर दिनेश चंद्र यादव पहली बार सहरसा लोकसभा सीट से चुनाव लड़े व चुनाव जीतकर पहली बार संसदीय जीवन की शुरुआत की. 1999 में हुए उपचुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने एक बार फिर दिनेश पर भरोसा करते इन्हें चुनावी मैदान में उतारा और इन्होंने भी पार्टी को जीत का उपहार दे दिया. 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जदयू ने दिनेश चंद्र यादव को खगड़िया लोकसभा सीट से टिकट दिया और दिनेश ने वहां भी जीत का परचम लहरा दिया. 2019 में चौथी बार जदयू की टिकट पर दिनेश मधेपुरा से चुनाव मैदान में उतरे और राजनीति के दिग्गज शरद यादव व पप्पू यादव को पटखनी दे संसद पहुंचे. 2024 में पांचवीं बार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मधेपुरा से इन्हें उतारा और इस बार भी 174524 मतों के लंबे अंतराल से दिनेश चुनाव जीत गये. लोकदल व दमकिपा से भी लड़ा था चुनाव 1974 में छात्र संघर्ष समिति के सक्रिय सदस्य रहे दिनेश 1977 में जिला युवा जनता पार्टी सहरसा के अध्यक्ष रहे. 1980 से 85 तक सहरसा जिला लोक दल के महासचिव दिनेश ने साल 1980 में सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र से लोक दल से चुनाव लड़ चुनावी राजनैतिक पारी की शुरुआत की थी. 1985 में सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र से ही दलित मजदूर किसान पार्टी (दमकिपा) के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ दोबारा अपनी उपस्थिति दर्ज करायी थी. साल 1975 में आपातकाल के दौरान दिनेश चंद्र यादव मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्यूरिटी एक्ट (मीसा) के अंतर्गत मंडल कारा सहरसा व केंद्रीय कारा भागलपुर में नजरबंद रहे.
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