जिले में मक्का आधारित उद्योग नहीं रहने से किसानों को हो रहा आर्थिक नुकसान
जिले में मक्का आधारित उद्योग नहीं रहने से किसानों को हो रहा आर्थिक नुकसान
मधेपुरा. कोसी के कछार पर बसा उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में मक्का की खेती बड़े पैमाने पर होती है. इसके बावजूद आज तक मक्का आधारित उद्योग यहां नहीं लग पाया है. किसानों का सवाल है कि आखिर कब खुलेगा मक्का आधारित उद्योग. हर चुनाव के मौसम में अनुमंडल में मक्का आधारित उद्योग लगाने को लेकर मुद्दा बनाकर मांग उठती रहती है. जब-जब चुनाव का वक्त होता है नेताओं द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है, लेकिन किन्हीं ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया. मक्का आधारित उद्योग से किसानों को होगा लाभ- किसानों ने बताया कि क्षेत्र में इस बार भी मक्का की खेती भारी पैमाने पर की गयी है. क्षेत्र में मक्का आधारित उद्योग नहीं है या फिर मक्का की खरीदारी पर सरकारी सहयोग प्राप्त नहीं होता है. इस कारण किसानों को आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ता है. अगर यहां मक्का आधारित उद्योग या फिर मक्का की खरीदारी पर सरकारी सहयोग प्राप्त हो तो किसानों के दिन और भी संवर सकता है. हालांकि क्षेत्र के आमलोगों, किसानों द्वारा बीच-बीच में मक्का आधारित फैक्ट्री लगाने पर भी जोर देते हैं पर किसानों के ख्वाब पूरे नहीं होते. किसानों को आत्मनिर्भर बनाये जाने का दंभ भरने वाली सरकारी घोषणा महज सपना बनकर रह गया है. बिचौलियों के तय मूल्य पर बेचनी होती है फसल- किसानों के साथ विडंबना यह है कि किसानों की जब मक्का फसल तैयार हो जाती है और जब वे बाजार में मक्का बेचने जाते हैं. उन्हें बिचौलियों व व्यापारियों द्वारा तय मूल्य पर बेचना पड़ता है. अब इसमें इन्हें लाभ हो या नुकसान उस का कष्ट यह भी है कि उन्हें अपने ही उत्पाद का मूल्य तय करने का अधिकार नहीं है, जो किसी विडंबना से कम नहीं है. उदाकिशुनगंज में वृहत पैमाने पर होती है मक्के की खेती- उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र के किसान मक्का की खेती में अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं. कोसी सीमांचल के साथ-साथ उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में भी मक्का की खेती और उपज का पैमाना बढ़ा है. इस क्षेत्र में मक्का की पैदावार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केवल गुलाबबाग की मंडी में सैकड़ों ट्रक मक्का इस क्षेत्र से पहुंचता है. प्रखंड क्षेत्र में गेहूं, तिलहन, दलहन के साथ ज्यादातर किसान मक्का की खेती कर रहे हैं. यहां के किसान मेहनती और लगनशील हैं. कृषि विभाग के द्वारा समय-समय पर किसानों को खेती से संबंधित जानकारी दी जाती है. किसान भी बताये गये विधि पर खेती करते हैं. यही कारण है कि यहां की जमीनों में उपज अच्छी होती है. किसानों में खुशहाली लाने के उद्देश्य सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलायी जा रही है. इससे यहां के किसान लाभान्वित भी हो रहे हैं. उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में अगर मक्का आधारित उद्योग लग जाता है, तो किसानों को और ज्यादा मुनाफा होगा. मुकेश कुमार,अनुमंडल कृषि पदाधिकारी
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