शिक्षा का अर्थ सिर्फ पढ़ने लिखने से नहीं, दुनिया को समझने से भी है- डीपीओ

शिक्षा का अर्थ सिर्फ पढ़ने लिखने से नहीं, दुनिया को समझने से भी है- डीपीओ

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2024 9:50 PM
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प्रतिनिधि, शंकरपुर

महिला व बाल विकास निगम के निदेशानुसार बाल विकास परियोजना शंकरपुर अंतर्गत सोनवर्षा पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या दो निशिहरपुर में जिला प्रशासन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया. मौके पर महिलाओं के बीच साक्षरता, बिंदी व म्यूजिकल चेयर रेस प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली महिलाओं व बच्चियों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत किया गया. डीपीओ सह नोडल पदाधिकारी रश्मि कुमारी ने कहा कि हर साल आठ सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य शिक्षा और साक्षरता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. यह दिन हमें याद दिलाती है कि शिक्षा का अर्थ सिर्फ पढ़ने लिखने से नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक विकास की नींव भी है. साक्षरता हमें न केवल जानकारी हासिल करने में सक्षम बनाती है, बल्कि दुनिया को बेहतर तरीके से समझने और समाज में सकारात्मक योगदान देने में मदद करती है. सीडीपीओ स्वाति कुमारी ने कहा कि साक्षरता केवल पढ़ने लिखने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन को सही दिशा देने, आत्मनिर्भर बनाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. दूसरी और राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर सेविकाओं द्वारा पोषण प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया. पोषण प्रदर्शनी में सेविकाओं द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र पर दिये जाने वाले सेवाओं के साथ हरी पत्तेदार साग-सब्जियां व मोटे अनाज से संबंधित प्रदर्शन कर ग्रामीणों को पोषण के प्रति जागरूक किया गया. कार्यक्रम में केंद्र प्रशासक कुमारी शालिनी, राजेश कुमार, महिला पर्यवेक्षिका रीता कुमारी, शाहिना परवीन, सेविका बेबी कुमारी, संतोष कुमारी, तारा, सहाना परवीन, बीवी रुखसाना, गीता, जुलेखा, खातून लाभुक प्रियंका, सुलेखा, अनीता आदि मौजूद थे.

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