ठेकेदार व शिक्षा माफियाओं के हाथ में है बिहार की पूरी शिक्षा व्यवस्था : एनएसयूआइ
ठेकेदार व शिक्षा माफियाओं के हाथ में है बिहार की पूरी शिक्षा व्यवस्था : एनएसयूआइ
प्रतिनिधि, मधेपुरा संयुक्त संघर्ष फ्रंट द्वारा बीपीएससी अभ्यर्थियों के मांग के समर्थन व बीपीएससी अभ्यर्थियों पर सरकार के दमनकारी व बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के खिलाफ शहर में शनिवार को आक्रोश पूर्ण मार्च निकाला. आक्रोश मार्च ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय परिसर से निकलकर सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए भूपेंद्र चौक से होते हुए समाहरणालय के आगे से होकर कला भवन तक जारी रहा है, जहां आक्रोश मार्च सभा में तब्दील हो गयी. एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बिहार की डबल इंजन की सरकार पूर्णतः छात्र व युवा विरोधी है. दलाल, ठेकेदार व शिक्षा माफियाओं के हाथ में है. बीपीएससी अभ्यर्थी परीक्षा में धांधली के खिलाफ दो सप्ताह के अधिक समय से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार छात्रों से वार्ता करने के बजाय उनके आवाज को कुचलने के लिए बर्बरतापूर्ण पुलिसिया कार्रवाई करती है. डबल इंजन की सरकार प्रश्न पत्र लीक पर काबू करने में विफल जिलाध्यक्ष ने कहा कि बिहार सरकार पूर्णतः क्रूर व तानाशाह हो गयी है. छात्रों के आवाज को सरकार जितना कुचलने का प्रयास करेगी, आंदोलन उतना ही मुखर होगा. बीपीएससी व सरकार परीक्षा में धांधली को भी स्वीकारती है, इसके बावजूद केवल एक ही परीक्षा केंद्र का परीक्षा रद्द करने की जिद पर अड़ी है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार प्रश्न पत्र लीक पर काबू करने में विफल है. छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है. छात्रों के पास आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा हुआ है. जबतक बीपीएससी अभ्यर्थियों के मांगों को नहीं माना जाता है, अभ्यर्थी को थप्पड़ मारने वाले पटना डीएम को बर्खास्त नहीं किया जाता है, मृतक अभ्यर्थी सोनू कुमार के परिजन को मुआवजा नहीं दिया जाता है, छात्रों पर बर्बरता पूर्ण लाठी चलाने वाली अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की जाती है, आंदोलन जारी रहेगी. सरकार लोगों के सवाल के अधिकार पर लगा रही है पाबंदी छात्र राजद जिलाध्यक्ष निखिल यादव ने कहा कि बिहार के गरीब, कमजोड़, किसान व मजदूर अपने बच्चों पर अपना पेट काटकर, इस आस में पढ़ाते हैं कि उसे नौकरी मिलेगी तो घर की स्थिति सुधरेगी. छात्र अपने घरों से दूर रहकर कड़ी मेहनत भी करते हैं, लेकिन जब परीक्षा की बारी आती है तो सरकार शिक्षा माफियाओं के हाथों प्रश्न पत्र बेचकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं. छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं की जायेगी. एआइएसएफ जिलाध्यक्ष वसीमुद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि बिहार में शिक्षा माफियाओं के हाथ में शासन है. गरीब व कमजोड़ के बच्चे शोषण का शिकार हो रहे हैं. सरकार लोगों के सवाल के अधिकार पर पाबंदी लगा रही है. यही कारण है कि जब लोग सरकार से सवाल करती है तो बदले में सरकार उनका बर्बरतापूर्ण दमन करती है. यह व्यवस्था अंग्रेजी हुकूमत से भी अधिक क्रूर व अमानवीय है. बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में लगातार किया जायेगा आंदोलन युवा शक्ति के पिंटू यादव ने कहा कि छात्रों के साथ जब तक न्याय नहीं होता है, आंदोलन जारी रहेगी. आक्रोश मार्च में विनीत, बीवीएम के राहुल पासवान, छात्र राजद के पूर्व विवि अध्यक्ष किशोर यादव, एआईएसएफ जिला सचिव शुभम स्टालिन, एनएसयूआई जिला महासचिव नवीन, जिला सचिव सोनू, प्रखंड संयोजक रणधीर, आशीष, विभाष विमल, संतोष, राकेश, नीतीश, सोनू, कैफ, फूलचंद, नीतीश, अंशु पासवान, राहुल, प्रिंस, प्रेमदीप, आनंद, पवन, नीतीश, गौरव, बिपिन, मनीष, शंकर, उमेश, सचिन, मौसम झा, सद्दाम, राहुल, साजन, श्रवण, आनंद, प्रकाश, धीरज, उदय, मिट्ठू, ललन, प्रदीप, आलोक सम्राट, चंदन, अमित आनंद, आलोक सिंह, प्रियांशु राज, हिमांशु, शिवशंकर, रामसेठ, अजीत राम, अभिषेक, धीरज, मौसम, राहुल, राहुल राज, नितीश, नीरज, हिमांशु, नीलमणि, दिव्यांशु, राजेश, अंकेश, सोनू, ललटू यादव, राजीव यादव, दीपेश, आर्यन, नितेश, भवेश, अमन, रितेश, भास्कर यादव, मिंटू ठाकुर आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है