नगर परिषद ही नही, विधायक और सांसद को भी नहीं है शहर के सड़क की फिक्र
शहर की सड़कें अधिकारियों के दावों की चुगली कर रही है.
– शहर की सड़क बनी है जर्जर, आवाजाही में हो रही परेशानी- – रात के अंधेरे में चोटिल होते हैं राहगीर- प्रतिनिधि, मधेपुरा शहर की कई सड़कें ऐसी है कि गड्ढों में सड़क को तलाशना पड़ता है. इन पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है. सड़क बनने के बाद दोबारा न तो इनकी मरम्मत हुई और न ही कभी पैच लगाए गए. सड़क जर्जर होने के कारण हादसों की आशंका बनी रहती है. मगर न तो जिम्मेदारों ने सर्वे कराया और न ही मरम्मत की पहल की. नगर परिषद कितना भी सड़कों के गड्ढामुक्त होने का दावा करे, लेकिन शहर की सड़कें अधिकारियों के दावों की चुगली कर रही है. -हैंडबिल के साथ ही खत्म हो गया मेनिफेस्टो- खास बात तो यह है कि गड्ढों में तब्दील हो चुकी इन सड़कों के निर्माण के लिए नगर परिषद द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. नगर परिषद के सभापति ने बताया कि सड़कों को दुरुस्त कराया जाएगा. प्लान किया गया है. सड़कों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव लिया गया है. जल्द ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा. उनका प्लान कब मूर्त रूप लेगा और कब निर्माण कार्य शुरू होगा, पता ही नहीं चल रहा है. आश्चर्य है कि निकाय चुनाव के समय ऐसे प्रतिनिधियों ने भी अपने मेनिफेस्टो में अच्छी सड़क व जलनिकासी की व्यवस्था को पहले नंबर पर रखा था. लेकिन पार्षद बनने के बाद मेनिफेस्टो उस हैंडबिल के साथ ही खत्म हो गई -विधायक व सांसद को भी नहीं है मतलब- शहर की सड़कों के निर्माण अथवा मरम्मती में यदि नगर परिषद लापरवाह है तो विधायक और सांसद जैसे जनप्रतिनिधि भी कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. किसी को लोगों की सुविधा से दरकार नहीं रह गया लगता है. जबकि इनके वादों की लिस्ट में यही सुविधाएं देने के वादे होते हैं. ये भी इन्हीं सड़कों पर चलते हैं. वे भी इन्हीं लोगों के वोट से जीतकर सदन पहुंचते हैं और स्वयं को माननीय कहलवाते हैं. -आजाद टोला से पानी टंकी चौक जाने वाली सड़क- आजाद टोला से पानी टंकी चौक जाने वाले मार्ग में सड़क की गिट्टियां उखड़ गई हैं और बड़ा सा गड्ढा हो गया है. इस गड्ढे में अक्सर बाइक सवार गिरकर जख्मी हो जाते हैं. यहीं पर छोटे-बडे कई गड्डे हैं. जिससे गड्ढे में अक्सर पानी भर जाता है. इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है. शहर की कई अन्य सड़के भी गड्ढे से भरे पड़े हैं. इस मार्ग पर एक जगह तो बड़ा गड्ढा हो गया है. गिट्टियों के फैले रहने से बाइक फिसलने का खतरा भी बना है. बिखरी गिट्टियों के चलते लोगों को बचकर निकलना पड़ रहा है. मुख्य बाजार का हिस्सा होने के कारण लोगों का आवागमन भी खूब रहता है. गड्ढों के कारण न सिर्फ आवागमन में परेशानी होती है, बल्कि हादसे की आशंका बनी है.
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