प्रतिनिधि, मधेपुरा
नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी ने बुधवार को सदर अस्पताल के समीप मांस-मछली दुकानदारों को हटाने की चेतावनी देते दो मांस विक्रेताओं से 2000 रुपये का जुर्माना वसूला. बता दें कि इससे पहले भी कई बार नगर परिषद व पुलिस प्रशासन द्वारा इन सभी दुकानों को यहां से हटाया गया था. साथ ही सभी दुकानदारों को चेतावनी दी गयी थी कि यहां दुकान न लगायें, अन्यथा कार्रवाई की जायेगी. बावजूद दुकानदारों ने यहां दुकान लगाना नहीं छोड़ा, जिससे हर दिन स्थानीय लोग सहित अस्पताल में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दुकानदार अस्पताल के चापाकल का ही उपयोग करते हैं. मांस बेचने के बाद बाकी बचे अवशेष व कचरों को दुकानदार सड़क किनारे ही छोड़ देते हैं या उसे सदर अस्पताल परिसर में फेंक देते हैं, जिससे 24 घंटे दुर्गंध फैलने के साथ संक्रामक बीमारियों का भी डर बना रहता है. कई बार आवारा जानवरों के माध्यम से कचरों में पड़े मांस-मछली के अवशेष लोगों के घर तक पहुंच जाता है. बार-बार चेतावनी देने के बाद भी मांस-मछली दुकानदारों द्वारा प्रशासन की बात को अनसुना किया जाता रहा है और सदर अस्पताल के समीप मांस-मछली की दुकान खोल लिया जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सदर अस्पताल के समीप मांस-मछली की दुकानें शोभा नहीं देती है.
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