अत्यंत पिछड़ा वर्ग में शामिल कर अधिकार से किया जा रहा वंचित
अत्यंत पिछड़ा वर्ग में शामिल कर अधिकार से किया जा रहा वंचित
ग्वालपाड़ा
प्रखंड क्षेत्र के शाहपुर पंचायत के दुधैला वार्ड नंबर एक स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय दुधैला में पान-स्वांसी महादलित संगठन द्वारा एक दिवसीय विचार गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया. बैठक में उपस्थित संघ के सचिव रघुनंदन दास ने कहा कि पान, तांती, स्वांसी का मामला लोकसभा में उठाया जाएगा, ताकि समाज की इस समस्या का स्थायी समाधान निकल सके. एक ही जाति के अलग-अलग नामों को अलग-अलग श्रेणी में रखा जाना गलत है. उपसचिव देवकिशोर दास ने कहा कि हमलोग तांती तत्मा जाति के हैं. पान को लेकर एक जुलाई 2015 से आरक्षण दिया गया था. लेकिन फिर 15 जुलाई 2024 को कोर्ट के आदेश पर अत्यंत पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया गया. पान, तत्मा, तांती एक ही जाति हैं. उन्होंने कहा कि हमलोग मूल जाति से पान हैं. हमें अधिकार से वंचित किया जा रहा है. उपाध्यक्ष रामचंद्र साह ने कहा कि 12 अगस्त को बिहार सरकार ने यह नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि अनुसूचित जाति के लाभ से जो सेवा में हैं, उन्हें खाली कराकर अत्यंत पिछड़ा में दिया जायेगा. संगठन अध्यक्ष राजीव राजा ने कहा कि भीमराव आंबेडकर जाति के पान हैं. उन्होंने कहा कि समाज को विकसित और समृद्ध बनाने के लिए सबसे पहले शिक्षित बनना होगा. सरकार ने पान को अनुसूचित जाति और तांती को अति पिछड़ा वर्ग की सूची में रखा है, जबकि दोनों एक ही जाति के सदस्य हैं. मौके पर सुखासन मुखिया अरुण कुमार शर्मा, रेसना समिति रंजीत शर्मा, मधेपुरा समिति बबलू कुमार, शाहपुर समिति गजेंद्र शर्मा, सत्येंद्र शर्मा, रमेश शर्मा, नंदन शर्मा, मुकेश कुमार, सुरेंद्र दास व अन्य मौजूद थे.
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