ऋण की राशि चुकता नहीं करने पर गाय खोलकर ले जा रहे फाइनेंस कर्मी को लोगों ने बनाया बंधक

ऋण की राशि चुकता नहीं करने पर गाय खोलकर ले जा रहे फाइनेंस कर्मी को लोगों ने बनाया बंधक

By Prabhat Khabar News Desk | May 31, 2024 9:46 PM

उदाकिशुनगंज. उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मधुबन पंचायत के तीनटेंगा गांव में गुरुवार की देर संध्या फाइनेंस कंपनी के तीन कर्मियों को स्थानीय ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. ग्रामीणों ने फाइनेंस कर्मचारियों पर आरोप है कि लोन की राशि जमा नहीं करने पर एक महिला के दरवाजे पर से गाय खोलकर ले जा रहा था, जिससे तीनों को पकड़ा. कर्मचारियों में सहरसा के महुआ बाजार शाखा अंतर्गत कार्यरत सिंधुजा माइक्रो फाइनेंस कंपनी के एबीएम सन्नी कुमार (मोकामा पटना), पीसीओ ऋतिक कुमार (बंदेरा खगड़िया), राहुल कुमार (रघुनाथपुर अररिया) शामिल हैं. लोगों की सूचना पर मुखिया प्रतिनिधि प्रीतम मंडल पहुंचे. मुखिया प्रतिनिधि ने कहा कि फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी गांव की गरीब अनपढ़ महिलाओं को प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाता है. फिर लोगों को प्रताड़ित करना शुरू कर देता है. मुखिया प्रतिनिधि ने कहा कि यदि कोई लोन की राशि जमा नहीं कर रहा था, तो स्थानीय जनप्रतिनिधि अन्य लोगों को बताना चाहिए था. सीधे तौर पर किसी की संपत्ति को जबरन ले जाना सही नहीं है. वहीं मामले की सूचना पुलिस को दी गयी. दारोगा जितेंद्र कुमार ठाकुर पुलिस बल के साथ पहुंचे. जानकारी के अनुसार सहरसा के महुआ बाजार में सिंधुजा माइक्रो फाइनेंस कंपनी का शाखा कार्यालय है. कर्मी गांव गांव में घुमकर लोगों को लोन देते हैं. इसके लिए समूह तैयार करने की बात करता है, जहां महिलाओं को समूह लोन दिया जाता है. बाद में कर्मचारियों द्वारा राशि वसूल की जाती है. कंपनी के एबीएम सन्नी ने बताया कि प्रक्रिया पूरा करने के बाद लोगों को ऋण की राशि दी जाती है. शर्त यह होता है कि प्रत्येक 15 दिन पर राशि जमा करना पड़ता है. एबीएम ने बताया कि तीनटेंगा गांव के गुड़िया कुमारी पति इंदर कुमार मंडल ने 45 हजार रुपये का लोन लिया. उसे 23 मार्च 2024 को ही ऋण की राशि मिली. उसे 15 दिनों में किस्त की राशि जमा करना था, लेकिन राशि जमा नहीं की. बताया गया कि गुरुवार को ग्रुप समूह के सीएम के दरवाजे पर समूह के सदस्यों की बैठक थी. जहां लोगों को राशि भी जमा करना था, लेकिन गुड़िया ने राशि जमा नहीं की. हालांकि गुड़िया कुमारी कहना है कि उसने फाइनेंस कर्मचारियों से कहा कि अभी रुपया नहीं है. अगली बार जमा कर देंगे. इसके बावजूद फाइनेंस कर्मचारियों ने नहीं माना. गाय को दरवाजे पर से खोल कर लें जाने लगा.पुलिस के पहुंचने पर तीनों कर्मचारियों को छोड़ा गया.इस संबंध में थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इलाके में देर संध्या तक फाइनेंस कंपनी कर्मचारियों द्वारा रुपया वसूलने का मामला सामने आया. फाइनेंस कंपनी के वरीय अधिकारी को बुलाकर चेतावनी देते हुए सभी को छोड़ दिया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version