Protest by Trade Union: राष्ट्रव्यापी आह्वान पर एक्टू सहित संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने श्रम अधीक्षक कार्यालय के समक्ष शुक्रवार को प्रदर्शन किया, जिसका का नेतृत्व एक्टू के जिला सचिव रामचंद्र दास, इंटक के हीरालाल पासवान, सीटू के अनिलाल यादव, राजदीप कुमार, एटक के गोबिंद शर्मा, असंगठित कामगार महासंघ के सीताराम रजक ने किया. रामचंद्र दास ने कहा कि अल्पमत में होने के बावजूद मोदी सरकार कोई सबक नहीं सीखी है और वह अहंकार के साथ तीव्र गति से उदारीकरण व मजदूर विरोधी जनविरोधी नीतियों को लागू करती जा रही है. सरकार ने श्रम संहिताओं सहित मजदूर विरोधी नीतियों को बिना रोक टोक के लागू करने के सारे संकेत दे दिए हैं. इसका उद्देश्य कॉरपोरेट के लिए व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करना है.
Protest by Trade Union: बिचौलिया चला रहे श्रम कार्यालय
मौजूदा आपराधिक न्याय प्रणाली को खत्म करने के साथ ही औपनिवेशिक कानून व्यवस्था लोगों के मौलिक अधिकारों को दरकिनार किया जा रहा है. तीन नये अपराधिक कानूनों व चार श्रम संहिताओं का संयोजन कामगारों के अधिकारों व समग्र रूप से मजदूर वर्ग आंदोलन के लिए घातक साबित होगा. ऐसे में देश के मजदूरों को आंदोलन के लिए तैयार होना होगा. हीरा लाल ने कहा कि मोदी सरकार की तरह बिहार की सरकार भी मजदूरों पर हमले तेज कर दिया है. निर्माण श्रमिक सहित अ संगठित मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा में कटौती की जा रही है. निर्माण श्रमिकों के साथ पूरा अन्याय हो रहा है. श्रम कार्यालय मधेपुरा में धांधली व मनमानी की जा रही है. कार्यालय में बिचौलिया हाबी है.