प्रोफेसर बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी

प्रोफेसर बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी

By Prabhat Khabar Print | July 3, 2024 9:10 PM

प्रतिनिधि, मधेपुरा प्रोफेसर बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है. ऐसे अभ्यर्थी अब नि:शुल्क नेट-जेआरएफ व पीएचडी की तैयारी कर सकेंगे और उन्हें पाठ्य सामग्रियां खरीदने के लिए तीन हजार रुपया भी मिलेगा. इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी मुख्यमंत्री व्यवसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन व उत्प्रेरण केंद्र में नामांकन ले सकते हैं, जिसमें आवेदन की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक बढ़ा दी गयी है. असिस्टेंट प्रो डाॅ सुधांशु शेखर ने बताया कि पूर्व में आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून तक निर्धारित थी, जिसे छात्र-छात्राओं के अनुरोध पर 15 जुलाई तक बढ़ा दी गयी है. उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों व शिक्षकों से अनुरोध किया है कि वे छात्र-छात्राओं को नामांकन के लिए प्रेरित करें.

दो बैच के लिए 120 सीट पर होगा नामांकन

डॉ सुधांशु ने बताया कि केंद्र में 60 छात्र-छात्राओं का दो बैच संचालित कराया जायेगा, जिसकी प्रशिक्षण अवधि छह माह की होगी. इसमें प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रत्येक बैच के लिए उपलब्ध सीटों यानी 60 में से 40 प्रतिशत यानी 24 सीट पिछड़ा वर्ग तथा 60 प्रतिशत यानी 36 सीट अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए अनुमान्य होगा. अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की अनुपलब्धता की स्थिति में पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं व पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की अनुपलब्धता की स्थिति में अति पिछड़ा वर्ग के छात्र- छात्राओं का नामांकन किया जायेगा. दोनों कोटियों में छात्राओं के लिए 33 प्रतिशत क्षैतीज आरक्षण अनुमान्य है.

लिखित परीक्षा या काउंसिलिंग के माध्यम से होगा चयन

डाॅ सुधांशु ने बताया कि केंद्र में नामांकन के लिए छात्र-छात्राओं का चयन संबंधित परीक्षाओं के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप विषय के बहु-विकल्पीय लिखित परीक्षा या काउंसिलिंग के माध्यम से चयन किया जायेगा. छात्र-छात्राओं की आयु सीमा व न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता संबंधित कोर्स के अंतर्गत होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता के अनुरूप होनी चाहिये. छात्र-छात्रा व उनके अभिभावक की कुल वार्षिक आय तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिये.

मिलेगा तीन हजार रुपया प्रोत्साहन राशि

केंद्र में नामांकित छात्र-छात्राओं को 75 प्रतिशत उपस्थिति पूरी होने पर पाठ्य सामग्रियों की खरीदारी के लिए तीन हजार रुपया प्रोत्साहन राशि दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि मार्गदर्शन केंद्र भी प्रशिक्षण केंद्र के साथ ही प्रशासनिक परिसर स्थित पुराने स्नातकोत्तर हिंदी विभाग में चल रहा है. छात्र-छात्राएं यहां स्वयं आकर भी आवेदन जमा करा सकते हैं अथवा निबंधित डाक से भी आवेदन भेज सकते हैं, जिसका पता निदेशक, मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन व उत्प्रेरण केंद्र, प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र कार्यालय, पुरानी हिंदी विभाग, प्रशासनिक परिसर (ओल्ड कैंपस), भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, लालूनगर मधेपुरा-852113 (बिहार) है.

इनइटी, जीएटीइ, जेआरएफ, पीएचडी की नि:शुल्क तैयारी

जिला कल्याण पदाधिकारी रामकृपाल प्रसाद ने बताया कि इस केंद्र की शुरुआत बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग व अतिपिछड़ा वर्ग वित्त व विकास निगम पटना द्वारा उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति में पिछड़ा वर्ग व अत्यंत पिछड़ा वर्ग की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से की गयी है. इसमें छात्र-छात्राओं को इनइटी, जीएटीइ, जेआरएफ, सीएसआइआर, पीएचडी आदि प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित होने के लिए परीक्षा पूर्व निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था है. फिलहाल जुलाई सत्र के लिए 15 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित किया गया है. आवेदन पत्र निगम की वेबसाइट से डाउनलोड भी किया जा सकता है.

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