दयालुता व करुणा से भरा था दादी प्रकाशमणि का जीवन
दयालुता व करुणा से भरा था दादी प्रकाशमणि का जीवन
प्रतिनिधि, बिहारीगंज
विश्वकर्मा चौक स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने अपनी पूर्व प्रशासिका डॉ दादी प्रकाशमणि की पुण्यतिथि विश्वबंधुत्व दिवस के रूप मनाया. ओम शांति केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी अर्चना ने कहा कि प्रेम की प्रतिमूर्ति डॉ दादी प्रकाशमणि का जीवन दयालुता और करुणा से भरा था. दादी प्रकाशमणि का जीवन काल ईश्वरीय भक्ति, ब्याख्यान, राजयोग सेवा केंद्र खोलने में गुजरा. डॉ दादी प्रकाशमणि अध्यात्म संगोष्टीयों में भाग लेने, सेवा केंद्रों को संचालित करने में सदैव आगे रहती थी. उन्होंने कहा कि विश्व के 75 से ज्यादा देशों में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के केंद्रों को स्थापित करने में खासी भूमिका निभायी. शशि रंजन व तनुजा ने कहा कि डॉ दादी प्रकाशमणि में हर एक दुखी पीड़ित की मां बनकर दुःख दूर करने का आत्मिक शक्ति विद्यमान था. पुण्यतिथि पर उपस्थित सबों ने डॉ दादी प्रकाशमणि की तस्वीर पर पुष्प अर्पण किया.
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