– सहरसा स्थित एसएनएस कॉलेज के प्राचार्य को दिया प्राचीन इतिहास के विभागाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार- – अधर में लटका बीएनएमयू में छात्रों का भविष्य, पठन-पाठन है पूरी तरह बाधित- मधेपुरा इन दिनों बीएनएमयू में राजभवन और राज्य सरकार के दिशा निर्देशों का उल्लंघन धड़ल्ले से किया जा रहा है. राज्य सरकार के द्वारा पत्र जारी कर स्पष्ट दिशा निर्देश है कि एक व्यक्ति एक ही पद पर रहेंगे. जबकि कुलपति के द्वारा एक व्यक्ति को कई पदों का प्रभार दे दिया गया है. इस वजह से विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के दैनिक कार्य ही नहीं पठन-पाठन भी प्रभावित हो रहा है. – मधेपुरा में एचओडी तो सहरसा में बने है प्राचार्य- सहरसा के सर्वनारायण सिंह रामकुमार सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार सिंह को प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में प्रभार दे दिया गया है. जबकि इस प्राचीन इतिहास विभाग में केवल एक ही प्रोफेसर रैंक के प्राध्यापक वही है. नियमत: उन्हें विश्वविद्यालय के इस विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में नियुक्त होना चाहिए. लेकिन प्राचार्य बने रहने के कारण वह प्रभारी विभागाध्यक्ष के रूप में उनको प्रभार दे दिया गया है. अब एक ही व्यक्ति एक ही दिन में महाविद्यालय के प्राचार्य के रूप में और मधेपुरा में प्राचीन इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में कैसे अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे है. प्राचीन इतिहास एवं पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग में नामांकित छात्र-छात्राओं का वर्ग भी बाधित रहेगी. इस विभाग में कई सारे छात्र नामांकित हैं. यह चर्चा का विषय बना हुआ है. – कई नाम हैं, जिनको मिला है अतिरिक्त प्रभार- 1. डॉ अशोक सिंह (डीएसडब्ल्यू के साथ साथ कॉलेज इंस्पेक्टर साइंस) 2. डॉ दीपक गुप्ता ( एकेडमिक के उपकुलसचिव के साथ कॉलेज इंस्पेक्टर आर्ट्स) 3. डॉ अशोक पोद्दार ( परिसंपदा पदाधिकारी, एनएसएस समन्वयक के साथ साथ पीएस कॉलेज के बर्सर ) 4. डॉ इम्तियाज अंजुम (सीसीडीसी के साथ साथ,विकाश पदाधिकारी विभागाध्यक्ष )
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