सिंहेश्वर. प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित टीपीडीएस गोदाम में चावल उठाव के बदले राशि लेने का मामला प्रकाश में आया है. उक्त गोदाम से शंकरपुर, सिंहेश्वर व गम्हरिया प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों का चावल उठाव किया जाता है. चावल उठाने के बदले यहां प्रति क्विंटल लेबर चार्ज के बदले 20 रुपया व अरवा चावल के बदले उसना चावल के लिए प्रति क्विंटल चार सौ रुपया लिया जाता है. बताया गया कि सरकारी नियम के अनुसार सदर अनुमंडल के सिंहेश्वर, गम्हरिया व शंकरपुर के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 17 सौ क्विंटल अनाज का वितरण किया जाता है. अवैध वसूली की शिकायत पर मंगलवार को प्रखंड उप प्रमुख मुकेश कुमार आम आदमी की तरह गोदाम पहुंचे. उप प्रमुख से भी 20 बोरे के बदले दो हजार रुपये की मांग की गयी. निजी मुंशी के द्वारा ली जाती है राशि- चावल उठाव से लेकर राशि लेने तक का काम गोदाम मैनेजर की उपस्थिति में हो रहा था, लेकिन वे इस बात से लगातार इनकार करती रही. हालांकि बीडीओ आशुतोष कुमार ने गोदाम में गड़बड़ी हो रही है इस बात से इंकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से की जायेगी. गोदाम मैनेजर के निजी मुंशी मंजेश कुमार अरवा चावल के बदले उसना चावल का रुपया बिना किसी खौफ के ले रहे थे. मुंशी द्वारा रुपया लेने का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसकी पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है. सेविका ने स्वीकारा ली जाती है राशि- शंकरपुर प्रखंड क्षेत्र के परसा पंचायत के केंद्र संख्या 25, 30, 26 सहित अन्य केंद्रों की सेविका ने कहा कि सरकार उन्हें अरवा चावल लेने के लिए ही कहता है, लेकिन अरवा चावल के बदले वे उसना चावल भी लेना पसंद करते है, जो की गलत है, लेकिन कई बच्चे व प्रसूता महिला उसना चावल की मांग कर देती है. इसके लिये उन्हें प्रति क्विंटल चार सौ रुपये गोदाम पर देना पड़ता है. साथ ही लेबर चार्ज प्रति क्विंटल 20 रुपया अलग से लिया जाता है. सेविकाओं ने कहा कि लेबर चार्ज भी लेना नियम के खिलाफ है. यदि राशि नहीं दी जाती है, तो काम भी जल्दी नहीं होता है. ——- यहां किसी भी प्रकार की अतिरिक्त राशि नहीं ली जाती है. सारा काम सरकारी नियमानुसार होता है. नगमा खातून, प्रबंधक, टीपीडीएस गोदाम, सिंहेश्वर —— टीपीडीएस गोदाम का वीडियो मिला है. इसमें स्पष्ट दिख रहा है कि राशि ली जा रही है. इस मामले की जांच मैं स्वयं अपने स्तर से करूंगा. संतोष कुमार, सदर एसडीएम, मधेपुरा —– पैसे लेने की जानकारी मिली है. इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी. सुनील कुमार निषाद, डीएम, एसएफसी, मधेपुरा
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