समाजवाद की धरती को पूंजीवादी विचार का प्रयोगशाला नहीं बनने दिया जायेगा
समाजवाद की धरती को पूंजीवादी विचार का प्रयोगशाला नहीं बनने दिया जायेगा
मधेपुरा. बीएनएमयू प्रशासन द्वारा बीएड शुल्क वृद्धि के लिए सुझाव के लिए जारी आदेश पत्र के खिलाफ शनिवार को संयुक्त छात्र संगठन ने केंद्रीय पुस्तकालय में प्रेसवार्ता किया. संयुक्त छात्र संगठन ने कहा कि बीएनएमयू प्रशासन समय-समय पर शुल्क वृद्धि का प्रयास करता है. पिछले वर्ष भी यह प्रयास किया था, लेकिन संयुक्त छात्र संगठन के आंदोलन पर शुल्क वृद्धि आदेश को वापस लिया गया. बीएड शुल्क वृद्धि पूर्ववत रहने का लिखित आश्वासन भी दिया गया था. छात्र नेताओं ने कहा कि एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रशासन शुल्क वृद्धि करने पर आमादा है. एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन शुल्क वृद्धि के लिए षड्यंत्रकारी नीति अपना रहा है. यही कारण है कि शुल्क वृद्धि के लिए आमलोगों से 10 दिनों की अवधि में सुझाव मांगा है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन उस पत्र को सार्वजनिक करने की बजाय तीन दिनों तक दबाकर रखा, ताकि आम छात्र और अभिभावक अपना सुझाव न दे सकें और बीएड माफिया अपने हिसाब से शुल्क वृद्धि के पक्ष में सुझाव दे दें. छात्र नेताओं ने कहा कि पत्र को तीन दिन बाद शुक्रवार की शाम यूनिवर्सिटी वेबसाइट पर डाला गया है. छात्र जदयू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष निखिल सिंह यादव ने कहा कि बीएनएमयू प्रशासन की इस मंशा को कभी कामयाब होने नहीं दिया जायेगा. सहरसा स्थित सरकारी बीएड कॉलेज तीन वर्षों से बंद है, जहां छात्र का न्यूनतम शुल्क पर नामांकन होता था, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन उसको शुरू कराने का कोई प्रयास नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की इस षड्यंत्रकारी नीति के खिलाफ संयुक्त छात्र संगठन चरणबद्ध आंदोलन करेगा. आइसा जिला सचिव व आरवायए जिला संयोजक कृष्णा कुमार ने कहा कि समाजवाद की धरती को पूंजीवादी विचार का प्रयोगशाला नहीं बनने दिया जायेगा. कहा कि शुल्क वृद्धि के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाकर विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपा जायेगा. मौके पर छात्रनेता सुशील कुमार, सनोज कुमार, कोमल कुमार, सुधीर कुमार, जितेंद्र कुमार, नीतीश कुमार, निरंजन कुमार आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है