पंखे व कूलर भी नहीं दे रही राहत, गर्मी व लू से जनजीवन अस्त-व्यस्त

पंखे व कूलर भी नहीं दे रही राहत, गर्मी व लू से जनजीवन अस्त-व्यस्त

By Prabhat Khabar News Desk | May 15, 2024 10:12 PM

उदाकिशुनगंज. सूरज की तपिश से लोग परेशान हैं. उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में गर्मी व लू का सितम जारी है. पिछले कुछ दिनों पूर्व हुई बारिश के कारण गर्मी कम हुई थी,लेकिन दो दिनों से गर्मी व लू ने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. तेज धूप व भरी गर्मी ने आमलोगों की परेशानी बढ़ा दी है. बुधवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. अनुमंडलवासी गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के प्रयास करते नजर आ रहे हैं. गत कई दिनों से गर्मी की चपेट में है लोग- गत कई दिनों से लोग गर्मी व लू की चपेट में है. हर रोज पारा बढ़ रहा है. इसका असर सड़कों पर दिख रहा है. नौ बजते ही सड़कें सूनी हो जाती है. सरकारी व निजी अस्पतालों में गर्मी व लू की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. बाजार व कारोबार पर भी पड़ रहा प्रतिकूल असर- गर्मी व लू का प्रतिकूल असर अनुमंडल के विभिन्न बाजार व कारोबार पर भी देखने को मिल रहा है. धूप व लू के कारण जरूरत पड़ने पर ही लोग बाहर निकलते हैं. इससे कारोबार प्रभावित हो रहा है. बुधवार को अधिकतम 40 डिग्री रहा तापमान- बुधवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री व न्यूनतम 28 डिग्री रहा. गर्मी व लू की लहर के बीच इससे बचाव के कृत्रिम संसाधन भी अपनी उपयोगिता को साबित करने में नाकाम साबित हो रहे हैं. पंखे-कूलर भी राहत नहीं दे रही है. कहते हैं चिकित्सक- डॉ संतोष कुमार संत ने कहा कि पारा 40 से ऊपर पहुंचने पर सन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. लोग घर के अंदर हवादार व ठंडे स्थान पर ही रहे. यदि घर के बाहर जाना आवश्यक हो, तो बाहरी गतिविधियां सुबह व शाम के समय में ही करना सुनिश्चित करें. अत्यधिक शारीरिक श्रम वाली गतिविधियां दिन के अधिकतम तापमान वाले घंटों में करने से बचें. सफेद व हल्के रंग के पतले वस्त्रों का उपयोग करें. सिर का कपड़े या टोपी से ढक कर रखें. हीट स्ट्रोक में तेज गर्मी के अहसास होने के साथ बैचेनी होती है. शरीर का तापमान 101 फारेनहाइट से 104 तक पहुंच जाता है. अधिक तापमान के कारण बेहोशी भी आ सकती है. बार-बार प्यास लगती है. चेहरा लाल व सिर में दर्द होने लगता है. जी मिचलाने के साथ उल्टियां होने लगती है. हीट स्ट्रोक के लक्षण पता चलने पर शरीर को ठंडा रखने का प्रयास करना चाहिए. बर्फ की पट्टियां रखनी चाहिये. कमरे के पंखे व कूलर का उपयोग करें. धूप में जाने से पहले भोजन व पर्याप्त पानी लें- अधिक-से-अधिक पेय पदार्थों, नॉन अल्कोहॉलिक पेय पदार्थों में शामिल नींबू-पानी,लस्सी, छांछ,जलजीरा, आम-पन्ना,दही व नारियल पानी आदि का सेवन करें. ताजा व स्वच्छ भोजन करें. शिशुओं, बच्चों व 65 वर्ष से अधिक आयु के महिला-पुरुषों को घर के अंदर रखें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version