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Madhepura News : हमारे मुहल्ले मत आइये, घर जाकर नहाना पड़ेगा

मधेपुरा में हल्की बारिश में ही नगर परिषद की पोल खुल जाती है. गंदगी व जलजमाव की वजह से बीमारियां फैलने लगी हैं. अधूरे एनएच 107 की भी बुरी हालत है. हर सड़क पर गंदगी बिखरी पड़ी है. इससे लोगों को परेशानी हो रही है.

By Sugam | July 11, 2024 6:53 PM

Madhepura News : मधेपुरा. लगातार गर्मी के बाद हुई बारिश ने शहर का हुलिया बिगाड़ कर रख दिया कर दिया है. इसे लेकर लोगों की चिंता बढ़ गयी है. बारिश के कारण शहर की गलियों में कूड़े, गंदी नालियों व जलजमाव ने बेरा गर्क कर दिया है. इस कारण शहर में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है. इनसे फैलने वाले संक्रामक रोगों को लेकर लोग चिंतित हैं. इन दिनों वायरल फीवर व मलेरिया ने भी पैर पसारना शुरू कर दिया है.

मेन रोड से लेकर गली-मोहल्ले तक जलजमाव

लोग परेशानी से जूझ रहे हैं. नालियों का गंदा पानी सड़क पर बह कर आ जा रहा है, लेकिन नगर परिषद कवायद करने के बजाय उदासीन बनी हुई है. रेलवे स्टेशन से लेकर सुभाष चौक, थाना चौक, कर्पूरी चौक व बस स्टैंड तक की हालत दयनीय है. यहां तक कि शहर के मुख्य बाजार की सड़क भी बदतर है. इतना ही नहीं एनएच 107 की ये दुर्दशा है कि मिठाई ढाला से सबैला जाना मुश्किल हो गया है. ज्ञात हो कि 14 अक्तूबर 2017 को बिहार आगमन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 768 करोड़ रुपये की लागत से जर्जर एनएच 107 के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था. लेकिन महेशखूंट से बनमनखी तक वाया सहरसा के बैजनाथपुर, मधेपुरा और मुरलीगंज के रास्ते गुजरने वाली इस महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कार्य अबतक पूरा नहीं हो पाया है.

सड़क पर तैर रही गंदगी, दुकानदारी मुश्किल

मधेपुरा नगर परिषद की ओर से नियमित रूप से नालों की सफाई नहीं होने से नाला कचरे से भर गया है. नाले का गंदा पानी सड़क पर फैल रहा है. इससे आवागमन में लोगों को दिक्कत आ रही है. नालों की सफाई नहीं होने से बारिश के समय पानी की निकासी नहीं हो पाती है. स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों को परेशानी हो रही है.सड़क किनारे छोटी-बड़ी दुकान लगाने वाले दुकानदार अपनी दुकान बंद करने पर मजबूर हैं. कुल मिलाकर पूरे शहर के चौक-चौराहों पर कचरा ही फैला हुआ है.

गर्मी व गंदगी से बढ़ने लगे मच्छर

गर्मी बरकरार है.जलजमाव व कचरा की वजह से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. शहर में रह रहे लोग इनके आतंक से परेशान हैं. रात में हल्की ठंड के साथ बारिश और दिन में तेज धूप होती है. ऐसे मौसम में अपच और डायरिया जैसे रोग पनपते हैं. वहीं मलेरिया व वायरल फीवर भी लोगों को सताता है. यदि मच्छरों का प्रकोप अगर इसी तरह बढ़ता रहा, तो संक्रामक रोग लोगों को अपनी चपेट में ले सकते हैं.

अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की भीड़

जिला अस्पताल हो या फिर निजी अस्पताल सभी जगह रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अधिकांश लोग मलेरिया के अलावा वायरल फीवर से पीड़ितहैं. इनमें बच्चे भी शामिल हैं. वहीं महीनों से फॉगिंग मशीन खराब पड़ीहै. फॉगिंग नहीं होने के वजह से शहर में मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा हैं. लोगों ने बताया कि वे लोग कई बार नगर परिषद से फॉगिंग की मांग कर चुके हैं. लेकिन इसे लेकर नगर परिषद कोई सुधि नहीं ले रहा है.

गंदगी से पटा है पूरा इलाका

छोटा शहर आबादी कम. फिर भी गंदगी से पटी सड़क नप की पहचान बन गयी है. पूरा शहर गंदगी से पटा है. शहर का शायद ही कोई इलाका गली, चौराहा, बाजार व सड़क है, जो गंदगी व कूड़ा करकट से पटा नहीं है. लोग घरों का कूड़ा-कचरा सड़क पर डाल रहे हैं. इस वजह से शहर में गंदगी का फैलाव लगातार बढ़ रहा है.

मच्छरदानी लगाकर सोएं, पूरे कपड़े पहनें

डॉक्टरों का कहना है कि अपने आसपास साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें. गंदगी व नाली की जगहों पर मच्छर पनपते हैं. इसके लिए वहां मिट्टी तेल का छिड़कावकरें. मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी लगा कर सोएं. घर के अंदर मच्छर मारने वाली दवा का प्रयोग करें. घर की खिड़कियों व दरवाजों पर जाली का प्रयोग करें. हल्के सूतीकपड़े पहनें, जिससे पूरा शरीर ढका हुआ हो. घर के आस-पास पानी इकट्ठा ना होने दें. फ्रिज और कूलर का लगातार पानी बदलते रहें.

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