अस्पताल में भर्ती जख्मी युवक के शव मिलने के मामले में हत्या का केस दर्ज
अस्पताल में भर्ती जख्मी युवक के शव मिलने के मामले में हत्या का केस दर्ज
उदाकिशुनगंज. उदाकिशुनगंज अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कुणाल कुमार मिश्रा के मौत का मामला अब भी रहस्यमय बना हुआ है.युवक की मौत किन कारणों से हुई, यह साफ नहीं हो पाया है, लेकिन युवक के पिता संजय मिश्र ने थाना और अन्य पुलिस के वरीय अधिकारियों को दिए आवेदन में पुत्र के हत्या की आशंका जताई है. उन्होंने शिकायत आवेदन में बताया है कि उनके बेटे की हत्या साजिशन की गई है. इस साजिशन में अस्पताल प्रबंधन एवं स्थानीय लोगों का हाथ होने की बात बतायी गई है. मामले को लेकर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच जारी है. कुणाल की मौत से परिजनों के साथ साथ इलाके के युवाओं में रोष है. आवेदन में युवक कुणाल के पिता संजय मिश्र ने बताया है कि बीते 14 मई 2024 के रात्रि करीब 09:45 बजे वकील पासवान पिता रामदेव पासवान साकिन उदाकिशुनगंज उनके घर पर आये. आकर वकील पासवान ने कहा कि थाना से बड़ा बाबू का फोन आया है कि आपके बेटे कुणाल मिश्रा एवं एक साइकिल सवार का एक्सीडेंट हो गया है. यह भी बताया कि उनका पुत्र रेफरल अस्पताल उदाकिशुनगंज में भर्ती है. आपको बड़ा बाबू वहां जाने के लिए बोले है.इतना सुनते ही हमलोग रेफरल अस्पताल पहुंचे तो प्रशासन वहां पर नहीं था. जबकि यह घटनाक्रम 14 मई की रात्रि करीब आठ बजे की बताई जा रही है. दर्ज मामले में उल्लेख है कि थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह अपने दो चौकीदार के साथ दोनों घायलों को रेफरल अस्पताल उदाकिशुनगंज में भर्ती करवाते हैं.जिसका सीसीटीवी फुटेज स्पष्ट दर्शाता है कि जिस समय उसको एडमिट के लिए अस्पताल लाया जाता है. वह खुद से अस्पताल में चहलकदमी करते हुए दिखाई देता है. रात्रि के 09:45 बजे जब सूचना मिलती है तो वह और उनका भाई चेयरमैन प्रतिनिधि के साथ अस्पताल पहुंचते हैं. वहां एक भी पुलिस कर्मी दिखाई नहीं देता है. वहां डॉ रणधीर कुमार के द्वारा बताया जाता है कि कुणाल भाग गया है. जबकि पुलिस के द्वारा जख्मी के मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया जाता है. फिर दिनांक 15 मई 2024 को उदाकिशुनगंज थानाध्यक्ष के द्वारा दिन के करीब 02:05 बजे पर फोन आया कि आपके बेटे कुणाल मिश्रा का शव उदाकिशुनगंज रेफरल अस्पताल के पीछे झाड़ी में मिला है. जब हमलोग वहां पहुंचे तो वहां देखने के बाद हत्या ही नजर आया.दर्ज मामले में पिता ने साफ साफ अस्पताल कर्मी एवं अस्पताल के अगल बगल के स्थानीय लोगों पर शक जाहिर किया है. कहां है कि उन लोगों के मिलीभगत से उनके बेटे की हत्या हुई. दर्ज मामले में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अस्पताल के इंट्री एग्जिट पंजी में कुणाल मिश्रा का नाम अंकित नहीं है. इस बाबत थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया. मेरे यहां जख्मी का इंट्री भी नहीं है -मामले में अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ रूपेश कुमार का कहना है कि उसने सारा सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध करा दिया है. यदि पुलिस जख्मी को लेकर अस्पताल पहुंचे थे तो मरीज का नाम इंट्री करवाना चाहिए था. मेरे अस्पताल में उस युवक का इंट्री भी नहीं है. फोरेंसिक जांच टीम ने मामले की जांच- युवक कुणाल मिश्रा के मौत मामले की जांच करने गुरुवार को भागलपुर से फोरेंसिक टीम पहुंची. यहां पर घटनास्थल का अवलोकन करने के बाद जांच के लिए कुछ सैंपल लेकर गयी है.
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