नीट की परीक्षा हो पुनः आयोजित, एनटीए को खत्म करें सरकार
महाविद्यालय मधेपुरा परिसर में छात्र हड़ताल कर विरोध जताया
मधेपुरा. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) द्वारा नीट की परीक्षा पुनः आयोजित करने एवं एनटीए को खत्म करने को लेकर मंगलवार को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय मधेपुरा परिसर में छात्र हड़ताल कर विरोध जताया. आइसा जिला सचिव पावेल कुमार ने कहा कि नीट हो या नेट की परीक्षा, दोनों ही राष्ट्रीय स्तर का परीक्षा है, लेकिन ऐसे परीक्षा में भी पेपर लीक हो रहा है तो यह देश का दुर्भाग्य है. उन्होंने कहा कि परीक्षा लेने वाली एजेंसी एनटीए जो हमेशा से दागदार रहा है, ऐसे एजेंसी को सरकार तुरंत खत्म करें. एनटीए कोई संवैधानिक संस्था नहीं है. पावेल कुमार ने कहा कि सबसे ज्यादा पेपर लीक वर्ष 2014 से अब तक हुआ है. जब उच्चतम न्यायालय ने माना है कि पेपर लीक हूई है तो शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को नैतिक जिम्मेवारी लेकर इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि छात्र का परीक्षा केंद्र तक आने-जाने में जो खर्च हुआ है, वह राशि मुहाया कराया जाये. आइसा बीएनएमयू संयोजक अरमान अली ने कहा कि नीट पेपर लीक का मामला बहुत ही गंभीर है. इसमें पेपर लीक करने वाले माफिया को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है. कई ऐसे छात्र व अभिभावक हैं, जो बोले हैं कि 30 से 40 लाख रुपये में पेपर दिया गया है. ऐसे माफिया को जल्द चिन्हित किया जाये, जो मेधावी छात्रों के मनोबल को तोड़ रहा है और इन सब का जिम्मेवार केंद्र की बीजेपी सरकार है. आइसा नेता ऐजाज अख्तर उर्फ बबलू ने कहा कि एनडीए की सरकार चाहता ही नहीं है की गरीब एवं मजदूर के बच्चे डॉक्टर एवं प्रोफेसर बने. हमेशा से यह सरकार पूंजीपतियों के साथ खरी रही है. बिमल विद्रोही ने कहा कि केंद्र में बीजेपी की सरकार एवं बिहार में डबल इंजन की सरकार शिक्षा माफिया के साथ मिली हूई है. बिहार में ऐसा कोई परीक्षा नहीं है, जो साफ तरीके से हुआ हो. छात्र का उम्र बढ़ते जा रहा है और एक तो वेकेंसी कम आ रहा है, जो आ भी रहा है तो कहीं न कहीं उसका पेपर लीक हो जा रहा है. सरकार को इसपर कड़ी कदम उठनी चाहिये. मौके पर प्रिंस कुमार, आशीष, मिथलेश, मनीष मेहरा, कुंदन, प्रवेश कुमार समेत अन्य मौजूद थे.
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