घैलाढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव नवजात को रेफर के ढाई घंटा बाद ही एक नवजात की निजी अस्पताल मौत हो गई. बताया गया कि नवजात शिशु की मौत रेफर के दो घंटे बाद घैलाढ के एक निजी नर्सिंग होम में हो गया. परिजनों ने नवजात की मौत के लिए चिकित्सक की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है. बताया गया कि श्रीनगर पंचायत के वार्ड नौ निवासी अंशु कुमार ने शनिवार को सुबह के वक्त प्रसव के लिए अपनी पत्नी कविता कुमारी को पीएचसी में भर्ती कराया. दोपहर बाद अंशु कुमार की पत्नी का प्रसव हुआ. उसने बेटी को जन्म दिया. प्रसव के बाद नवजात शिशु की हालत गंभीर को देखते हुए रेफर कर दिया. रेफर करने के बाद पीएचसी परिसर के बाहर एंबुलेंस पर सवार होने के दौरान ही चाय दुकानदार और एक एंबुलेंस चालक की मदद से निजी अस्पताल के सक्रिय दलाल सारी सुविधा की बात कहकर बहला फुसलाकर कर नवजात शिशु को निजी अस्पताल ले गया. जहां कुछ देर बाद ही नवजात की मौत हो गयी. इसके बाद निजी अस्पताल के संचालक परिजनों को मान मन्नोवाल के बाद फिर से नवजात शिशु को घैलाढ़ पीएचसी भेज दिया. हालंकि कुछ देर बाद परिजन पुलिस को आवेदन दिये बिना ही वापस लौट गये. बीएचएम कुमार धनंजय ने बताया कि प्रसव के बाद नवजात की हालत गंभीर देखते हुए रेफर कर दिया गया. लेकिन परिसर के बाहर नवजात शिशु के परिजन को बहला फुसलाकर कर निजी नर्सिंग होम में इलाज के चला गया.
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