एनएसएयूआइ ने गृह मंत्री के खिलाफ निकाला आक्रोश मार्च, किया पुतला दहन

सरकार संविधान विरोधी नीतियां लाकर लगातार संविधान पर हमले कर रहे है

By Prabhat Khabar News Desk | December 18, 2024 6:38 PM
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मधेपुरा. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह के गलत बयानी के खिलाफ जिला एनएसएयूआइ ने आक्रोश मार्च निकालकर गृह मंत्री अमित साह का पुतला दहन कर इस्तीफे की मांग की. आक्रोश मार्च में पार्वती विज्ञान महाविद्यालय से सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए भूपेंद्र चौक पर पहुंची. जहां विरोध प्रदर्शन सभा में तब्दील हो गई. भूपेंद्र चौक पर घंटों खड़ा होकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला दहन किया. आक्रोश मार्च का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बाबा साहेब देश के संविधान निर्माता है, उन्होंने देश को दिशा दी है. देश के बहुसंख्यक गरीब, कमजोड़, शोषित, पीड़ित, वंचित और दमित आबादी के उद्धारक है. ऐसे महामानव का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. उन्होंने कहा कि जब से इस देश में भाजपा और आरएसएस की नेतृत्व वाली सरकार आई है तब से ही लगातार इस देश के पिछड़े, दलित और दमित आबादी का दमन और शोषण बढ़ गया है. सरकार संविधान विरोधी नीतियां लाकर लगातार संविधान पर हमले कर रहे है. समय – समय पर भाजपा और आरएसएस के नेता संविधान को खत्म करने और बदलने की बात करते है. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि इन्हें संविधान से नफरत है. ये लोग समानता और बराबरी के दुश्मन है. ये लोग मनुस्मृति को मानने वाले लोग है. उन्हें कहा की गृह मंत्री अमित शाह के बयान से देश की बहुसंख्यक आबादी आहत है. विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, प्रखंड संयोजक रणधीर कुमार, संतन कुमार, लाल बहादुर कुमार, सचिन कुमार, विभाष कुमार विमल, नीतीश कुमार यादव, मौसम झा, राज कुमार, सूर्या, मो कैफ, सौरभ कुमार, सतीश कुमार, गोपी कुमार, मिथलेश कुमार, सतीश कुमार, संजीत कुमार यादव, निरंजन कुमार, नीतीश कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

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