प्रतिनिधि, मधेपुरा पटना में बीपीएससी अभ्यर्थी को थप्पड़ मारने के खिलाफ पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह के खिलाफ एनएसयूआइ नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शनिवार को आक्रोश मार्च निकाला, जिसका नेतृत्व एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने किया. इस दौरान पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह का पुतला दहन किया. जिलाध्यक्ष ने कहा कि डबल इंजन की सरकार पूर्णतः छात्र एवं युवा विरोधी सरकार है. छात्रों के साथ शोषण, दमन व प्रताड़ना लगातार बढ़ते जा रहा है. छात्रों का भविष्य, उनके लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक अधिकार खतरे में है. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को पटना में बीपीएससी अभ्यर्थी परीक्षा में धांधली मामले पर प्रदर्शन कर रहे थे. छात्रों का आरोप था कि प्रश्न पत्र आधे घंटे देर से दी गयी एवं प्रश्न पत्र के सील भी टूटे हुए थे. सरकार एवं बीपीएससी को जहां इस मामले पर गंभीरता से संज्ञान लेकर मामले को देखना चाहिये था, वहीं सरकार के इशारे पर पटना प्रशासन छात्रों को ही धमकाने व डराने में लग गयी. जिलाध्यक्ष ने कहा पटना डीएम ने जिस प्रकार छात्र को थप्पड़ मारा है, यह तानाशाही एवं बेलगाम अफसरशाही का उदाहरण है, जिसे एनएसयूआइ बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले बिहार में आम हो गये हैं. पिछले दिनों मधेपुरा में एक एडीएम ने खिलाड़ी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था, जिस पर सरकार की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. इस तरह के घटनाओं पर सरकार की संवेदनहीनता से भ्रष्ट एवं तानाशाह अफसरों का मनोबल बढ़ रहा है. आज बिहार की सरकार अफसरों की सरकार बन चुकी है. उन्होंने कहा कि जब तक पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह को बर्खास्त नहीं किया जाता है, तक आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर एनएसयूआइ जिला सचिव सोनू कुमार, प्रखंड संयोजक रणधीर कुमार, आशीष कुमार, प्रदीप कुमार, नीतीश कुमार यादव, सचिन कुमार, मनीष कुमार, मो कैफ, हिमांशु कुमार, राज कुमार, सनोज कुमार, कौशल कुमार, आशीष आनंद, रोशन कुमार, अंकित कुमार, संजीत कुमार यादव आदि मौजूद थे.
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