छात्रों के पेंडिंग परिणाम में सुधार नहीं किया गया, तो एनएसयूआइ करेगी आंदोलन : जिलाध्यक्ष
छात्रों के पेंडिंग परिणाम में सुधार नहीं किया गया, तो एनएसयूआइ करेगी आंदोलन : जिलाध्यक्ष
प्रतिनिधि, मधेपुरा भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में स्नातक द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम पेंडिंग होने पर एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष निशांत यादव विरोध जताया. उन्होंने कहा कि बीएनएमयू का परीक्षा विभाग शिक्षा माफियाओं का अड्डा बन गया है. बीएनएमयू के परीक्षा नियंत्रक अब तब के सबसे नकारा व भ्रष्ट परीक्षा नियंत्रक साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्नातक द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में लगभग 80 प्रतिशत छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम पेंडिंग कर दिया गया है. यह साजिश है. सभी जानते है विश्वविद्यालय का पेंडिंग सेल छात्र-छात्राओं के शोषण का हथियार बना हुआ है. जहां छात्र-छात्राओं के काम को जानबूझकर लटकाया जाता है और छात्र-छात्राओं को मजबूर किया जाता है, ताकि छात्र-छात्राएं दलालों के चंगुल में फंसे. सभी जानते हैं कि अधिकतर पेंडिंग की समस्या परीक्षा विभाग के गलतियों के कारण होते हैं, फिर भी छात्र-छात्राओं को अनावश्यक परेशान किया जाता है. जिलाध्यक्ष ने कहा कि बीएनएमयू में अराजक माहौल बना हुआ है. छात्र-छात्राओं के समस्या के समाधान पर कोई काम नहीं हो रहा है. पेंडिंग, मूल प्रमाण पत्र व माइग्रेशन प्रमाण पत्र के लिए छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीएनएमयू के परीक्षा विभाग में कुव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार चरम पर है, जो छात्र-छात्राओं के साथ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. परीक्षा विभाग की स्थिति में जल्द सुधार नहीं हुआ और छात्र-छात्राओं के पेंडिंग परिणाम में सुधार नहीं किया गया तो एनएसयूआइ आंदोलन करेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है