बिहार पान महादलित कोऑर्डिनेशन समिति की एकदिवसीय कार्यक्रम

पान महादलित समिति की एकदिवसीय कार्यक्रम

By Prabhat Khabar News Desk | October 27, 2024 9:43 PM

पुरैनी पुरैनी के बथनाहा में रविवार को बिहार पान महादलित कोऑर्डिनेशन समिति की एकदिवसीय कार्यक्रम आयोजित की गयी. पान समाज के सक्रिय सदस्य में से एक अरविंद शर्मा की अध्यक्षता व संचालन में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन महादलित आयोग के पूर्व सदस्य कंतलाल शर्मा, जिला परिषद उपाध्यक्ष रघुनंदन दास, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार, प्रमुख प्रतिनिधि दिनेश पंडित, मुखिया कुंदन सिंह, जिप सदस्य रूपौली दीपक शर्मा, रजनीश कुमार बबलू, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी मोहन शर्मा सहित कई अन्य ने किया. बैठक को संबोधित करते हुए रघुनंदन दास ने कहा कि पान समाज संक्रमण काल से गुजर रहा है. अंग्रेजी शासन से पहले पान समाज उन्नति के शिखर पर था. पान समाज के बनाए गए कपड़े की डिमांड देश विदेश में काफी थी. देश गुलाम होने के कारण अंग्रेजी हुकूमत ने कपड़े का कारखाना लगाकर पान समाज की आय का स्रोत बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारे समाज के साथ दोहरा रवैया सभी लोग अपना रहे हैं, अब हम लोग चुप रहने वाले नहीं.

समाज में शैक्षणिक, आर्थिक एवं राजनीतिक हालात पर चर्चा करते हुए सभा को संबोधित करते हुए महादलित आयोग के पूर्व सदस्य कंतलाल शर्मा कहा कि बिहार सरकार ने 1992 में एक आदेश जारी कर इसे अनु. जाति में शामिल करने की घोषणा की थी, लेकिन इस आदेश को भूलवश करार देते हुए आदेश को वापस ले लिया. वहीं राजनीतिक हिस्सेदारी के मुद्दों पर कहा पूरे देश में 4 प्रतिशत की आबादी रहने के बावजूद भी राजनीति में हिस्सेदारी संतोषजनक नहीं मिल पाई है.

इस दौरान मौजूद मुखिया कुंदन सिंह ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर शासन में बैठी सरकार चाहे तो वह पुनर्विचार करने के लिए मांग कर सकती है, लेकिन इस समाज का हित कभी भी यह सरकार होने नहीं देगी.

राजीव कुमार ने कहा कि हम और हमारा समाज अब और ज्यादती नहीं सहेगा, मांगों को पूरी करने के लिए हमें पटना के गांधी मैदान से दिल्ली के जंतर-मंतर तक भी आंदोलन करना पड़े तो हम लोग हमेशा तैयार हैं.

कार्यक्रम के दौरान मौके पर रामजी यादव, विलास शर्मा, शिवधन शर्मा, ललन शर्मा, शालिग्राम शर्मा, दिनेश शर्मा, नारायण शर्मा, अरुण शर्मा सहित कई अन्य ने सभा को संबोधित कर पान स्वासी महादलित संघ को मजबूत बनाकर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए विचार व्यक्त किया.

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