रुला रही प्याज की कीमत, आसमान छू रहे लहसुन के भाव, आम आदमी से हो रहे दूर

रुला रही प्याज की कीमत, आसमान छू रहे लहसुन के भाव

By Prabhat Khabar News Desk | November 10, 2024 9:33 PM

मधेपुरा

प्याज और लहसुन का भाव बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ गया है. इनके दामों में बेतहाशा हो रही वृद्धि से खाने का स्वाद भी बदल गया है. इन दिनों लहसुन खुदरा में 250 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. जबकि प्याज के भाव 70 से 75 रुपए किलो तक हो गए हैं. आने वाले दिनों में इनके दाम में और वृद्धि हो सकती है. 15 दिनों के अंदर लहसुन की भाव 300 के पार हो जाने की उम्मीद है, साथ ही प्याज 10 से 20 रुपए और महंगा हो सकता है. इन दोनों के दाम बढ़ने से गृहणी सबसे ज्यादा परेशान है. पिछले डेढ़ माह में प्याज के दाम दोगुने से ज्यादा हो गए हैं. अगस्त के शुरूआत दिनों में प्याज 20 से 25 रुपए प्रति किलो था. आज 70 से 75 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. वहीं जून के माह में लहसुन का दाम स्थिर था. जो 30 से 40 रुपए किलो बिक रहा था. वहीं अब 250 रुपए प्रति किलो बाजारों में बिक रहा है. लोगों ने बताया कि प्याज की नई फसल भी बाजार आ गया है. फिर भी कीमत में उछाल आया हुआ है. वहीं सब्जी व्यापारी ने बताया कि प्याज व लहसुन की बढ़ती कीमतों से 25 से 30 फीसदी ग्राहक कम हो गये हैं. हमारे द्वारा भी आवश्यकतानुसार खरीदी की जा रही है. आगामी कुछ दिनों तक भाव कम होने की संभावना नहीं है. बल्कि प्याज की कीमत और बढ़ने की संभावनाएं बनी हुई है.

रसोई पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है असर

गृहणी सुलेखा देवी बिना लहसून व प्याज के खाने में स्वाद नहीं रहता है. इसके दाम बढ़ने से रसोई पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है. अगर जल्द ही इसके दाम में कमी नहीं आई तो काफी परेशानी होगी.

दाम बढ़ने के बाद कम कर रहे है उपयोग

वहीं गुलफशा बानों दाम बढ़ने से पहले रसोई में लहसून व प्याज का ज्यादा उपयोग करते थे. लेकिन जब से दाम में बढ़ोतरी हुई है, तबसे उसका उपयोग कम दिया है. प्याज और लहसुन ने तो मंथली बजट ही गड़बड़ा दिया है.

लोगों का जीना मुश्किल हो गया है

मनौव्वर हुसैन ने कहा कि सरकार को प्याज व लहसुन के दामों को लेकर सोचना चाहिये. एक तो जिले में इस वर्ष अबतक अपेक्षाकृत कम बारिश हुई है. उसके बाद लहसुन व प्याज के दाम इतना बढ़ गए है कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है.

जब दाम में कमी आएगी तब खाएंगे

अवधेश कुमार प्याज व लहसुन का ज्यादा दाम बढ़ने के बाद हम लोगों ने दोनों चीजों को खाना बंद कर दिया है. जब दाम में कमी आएगी तब उसका उपयोग किया जायेगा. अभी हमलोग के बजट से बाहर है.

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