आक्रोशित अभिभावकों ने कहा कि एनजीओ के द्वारा दिये जा रहे मध्याह्न भोजन निम्न स्तर का रहता है. बच्चे खाना नहीं चाहते हैं. अगर खाते हैं, तो बच्चों की तबीयत खराब हो जाती है. एनजीओ के द्वारा उपलब्ध एमडीएम को बंदकर स्कूल में पूर्व की भांति मध्याह्न भोजन बनाया जाय.
वही स्कूल के एचएम अजय कुमार अजय ने कहा कि एमडीएम को लेकर शिकायत किये हैं.एनजीओ के संचालक ने कहा कि भोजन की गुणवत्ता में सुधार किया जायेगा.
डीपीएम (मध्यान भोजन) संजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जायेगी. जांचोपरांत कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है