मेडीकल कॉलेज में मरीज को नहीं मिल रहा एंबुलेंस

मेडीकल कॉलेज में मरीज को नहीं मिल रहा एंबुलेंस

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2024 9:22 PM
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मधेपुरा

नागरिक मंच मधेपुरा के बैनर तले अध्यक्ष राजेंद्र यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के समक्ष 11 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय विशाल धरना दिया. इस धरना कार्यक्रम को नागरिक मंच के संरक्षक विजेंद्र प्रसाद यादव, प्रमोद प्रभाकर, गणेश मानव, रामचंद्र दास, आनंद मंडल, सिंहेश्वर प्रमुख इस्तियाक आलम, उप प्रमुख मुकेश कुमार, नागरिक मंच के महासचिव अनिल अनल, अरविंद यादव, कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष विद्याधर मुखिया, अमेश यादव, पंकज यादव, सचिव निशांत यादव, संजीव कुमार, कृष्ण कुमार, रमेश शर्मा, पिंटू कुमार, वसीमुद्दीन उर्फ नन्हें समेत अन्य ने संबोधित किया.

हाजरी बना कर अस्पताल से गायब रहते हैं चिकित्सक

वक्ताओं ने कहा कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के स्थापना हुए चार साल से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन इतने दिन बीतने के बाद भी मधेपुरा एवं कोसी के आम लोगों को इलाज के लिए बाहर ही जाना पड़ रहा है. मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफरल अस्पताल बनकर रह गया है. इसके लिए नागरिक मंच ने ई-शिक्षा कोष ऐप के तर्ज पर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सक एवं कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एप बनाने की मांग की. वक्ताओं ने आरोप लगाया कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक हाजरी बना कर अस्पताल से गायब रहते हैं, इसलिए जरूरी है कि चिकित्सक एवं कर्मियों के रोस्टर को सार्वजनिक करते हुए उसे मुख्य द्वार एवं विभागों में प्रदर्शित किया जाये.

सभी विभागों के सीनियर डॉक्टरों की उपस्थिति किया जाये सुनिश्चित

वक्ताओं ने बताया कि पूरा अस्पताल जूनियर डॉक्टर के सहारे चल रहा है. इसलिए जरूरी है ओपीडी एवं इमरजेंसी में सभी विभागों के सीनियर डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित किया जाये. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सभी विभागों में सीनियर एमएस, एमडी एवं डीएम चिकित्सकों का पदस्थापन हो. इसमें न्यूरोसर्जन, गैस्ट्रोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, ऑर्थोपेडिक सर्जन एवं इंटरनल मेडिसिन आदि को प्राथमिकता दिया जाये. वक्ताओं ने कहा कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चिकित्सा के लिए आवश्यक उपकरण की घोर कमी है. हड्डी जोड़ने वाले स्टील को गरीब मरीज बाहर महंगे दामों पर खरीद कर लाने को मजबूर हैं.

एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करें मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रशासन

वक्ताओं ने बताया कि कई दवा लोगों को बाहर से खरीदना पड़ता है. यहां तक कि जिस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराने की बात की गई थी, वहां लोगों को एंबुलेंस भी नहीं मिल पाता है. इसकी एंबुलेंस की उपलब्धता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किया जाये. वक्ताओं ने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मूलभूत सुविधा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां मरीजों के पीने के लिए शुद्ध पेयजल तक कि व्यवस्था नहीं है. कई लिफ्ट खराब पड़े हैं. साफ-सफाई की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एनजीओ द्वारा भी लूट की जा रही है. बिना काम के ही कई लोगों के नाम पर वेतन लिया जा रहा है. जबकि कार्यरत कर्मियों को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है. वर्ष 2019 में जो बहाली निकाली गई थी, उसपर आज तक बहाली पूरी नहीं की गई.

15 दिनों के बाद चरणबद्ध आंदोलन करेगा नागरिक मंच

वक्ताओं ने बताया कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के कुछ चिकित्सकों एवं कर्मियों द्वारा मरीज के प्रति भी सम्मानजनक व्यवहार नहीं की जाती है. वक्ताओं ने कहा कि यदि इस धरना कार्यक्रम से सरकार एवं प्रशासन ने व्यवस्था में सुधार नहीं की तो 15 दिनों के बाद नागरिक मंच चरणबद्ध आंदोलन करेगा. इस धरना कार्यक्रम में रामचंद्र मंडल, कुमारी विनीता भारती, रामकुमार यादव, नूतन सिंह, मुखिया मुकेश कुमार, भुनेश्वरी यादव, रामजी यादव, प्रकाश पिंटू, धर्मदेव यादव, अभिनंदन मंडल, सोनू कुमार, अमित कुमार, ई मुरारी, माधव कुमार, वरुण मेहता, दिशाद आलम समेत अन्य उपस्थित थे. मंच संचालन नागरिक मंच के उपाध्यक्ष राहुल यादव ने किया.

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