आलमनगर में तीन व चौसा की चार पंचायतें बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित, लोगों में आक्रोश
प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में भयावह रूप से आयी बाढ़ से आठ पंचायतें प्रभावित हुईं. लेकिन इनमें चार पंचायतें ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित होने पर शेष चार पंचायत के लोगों में स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारी के प्रति आक्रोश पनप रहा है.
चौसा. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में भयावह रूप से आयी बाढ़ से आठ पंचायतें प्रभावित हुईं. लेकिन इनमें चार पंचायतें ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित होने पर शेष चार पंचायत के लोगों में स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारी के प्रति आक्रोश पनप रहा है. इन लोगों का कहना है कि जब भी बाढ़ आयी है, तब से सात पंचायतें बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित होती रही है. इसमें फुलौत पूर्वी एवं पश्चिमी लौआलगान पूर्वी एवं पश्चिमी, पैना पंचायत, मोरसंडा, चिरौरी पंचायत एवं चौसा पश्चिमी व घोषई पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित घोषित होती रही है. लेकिन इस बार राजनीतिक प्रभाव में आकर अधिकारियों ने चिह्नित पंचायतों को ही बाढ़ घोषित किया, जबकि अन्य पंचायतें भी बाढ़ से पूरी तरह तबाह है. प्रशासन ने आलमनगर में तीन पंचायतों एवं चौसा में चार पंचायतों को चिह्नित किया है. बाढ़ पीड़ित मो इस्लाम, मो इंसुल, गोपाल ठाकुर, महंत राम आदि लोगों ने बताया कि मोरसंडा पंचायत वार्ड संख्या एक और दो, सड़क से पूर्वी भाग व पैना पंचायत सड़क से पश्चिमी भाग वार्ड संख्या चार एवं तीन एक ही जगह है, जो लोग सड़क से पूर्वी भाग बसे हैं. उन लोगों को बाढ़ राहत की सभी सुविधा मिल रही है और पैना पंचायत के लोग वंचित हो रहे हैं. जबकि सभी लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इसी तरह चिरौरी पंचायत के भवन पुरा बासा घोषई एवं पैना वार्ड संख्या 10 एवं सात सटे हुए हैं. पास के लोगों को बाढ़ राहत मिलेगी एवं उक्त पैना पंचायत के लोग वंचित रह जायेंगे. इसी तरह लौआलगान पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के लोग काफी आक्रोशित हैं. मुकेश निषाद, संजय निषाद, रामस्वरूप सिंह, ललिया देवी, सतोलिया देवी आदि ने बताया कि हमलोगों का पंचायत प्रशासन ने बाढ़ से मिलने वाली सहायता राशि नहीं दी तो हमलोग प्रखंड कार्यालय की घेराबंदी करेंगे और प्रशासन का विरोध करेंगे. वही आंशिक रूप से प्रभावित चौसा पश्चिमी पंचायत के लोग भी वंचित रह गये हैं. अधिकारियों ने मात्र पंचायतों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया. इसमें फुलौत पूर्वी एवं पश्चिमी, मोरसंडा, चिरौरी के लोगों को बाढ़ राहत सामग्री व सहायता राशि मिलेगी. इस बाबत सीओ शशिकांत यादव ने बताया कि वरीय अधिकारी के सर्वेक्षण के अनुसार ही क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है. अन्य पंचायतों का आकलन कर रिपोर्ट भेजी गयी है.
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