मधेपुरा. जिला मुख्यालय से बाबा नगर सिंहेश्वर की मुख्य सड़क एनएच 106 पर सोमवार को जाम लग गया है. इससे चुनाव कर्मियों व आमलोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. लोगों ने कहा कि शहर की हालत में कोई सुधार होते दिख नहीं रही है. शहर की सड़कों पर दुकानें सजी हुई हैं. वहीं सड़कों पर वाहनों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. फुटपाथ भी दुकानदारों का कब्जा है. इससे राहगीरों को भी परेशानी होती है. इससे आये दिन सड़क दुर्घटना के लोग शिकार हो रहे, लेकिन यातायात पुलिस और नप कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. आम से खास तक हैं लापरवाह- कर्पूरी चौक से एसडीओ कार्यालय तक दुकानदारों ने दुकानें सजायी हुई है. उनके दुकानों के बाहर भी छह फीट तक अतिक्रमण कर लिया गया है. सड़क पर ही इन दुकानों का काउंटर रखा हुआ है. ऐसे फुटपाथी दुकानों से सटे ही बाइक भी खड़ी कर देते हैं. ऐसा नहीं है कि आमलोग सड़क पर वाहन लगा देते हैं अगर आप शहर की सड़कों का भ्रमण करेंगे तो अधिकारियों व नेताओं की गाड़ी सड़क पर खड़ी कर अपने काम को निपटाने में लगे रहते हैं. उन्हें आमलोगों की समस्या से कोई मतलब नहीं है. वहीं दूसरी ओर अधिकारी व कर्मी के द्वारा सड़क पर खड़े वाहनों का चालान भी काटते हैं, लेकिन वह भी पहले वाहन को देख लेते हैं कि कहीं अधिकारी या किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का वाहन पर बोर्ड तो नहीं लगी है. यत्र तत्र वाहन के लगे रहने से लगता है जाम- चुनाव को लेकर बाहर से कई छोटे बड़े वाहन का शहर में आना हुआ है. रविवार से शहर की सड़कों पर वाहनों व लोगों की भीड़ में बढ़ोतरी हुई है. सड़क पर जाम और पैदल राहगीरों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शहर के बस स्टैंड और अन्य स्थानों पर फुटपाथ पूरी तरह से दुकानदारों के कब्जे में है, लेकिन नगर परिषद भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तो करती है, लेकिन सिर्फ खानापूरी कर छोड़ दी जाती है. पुलिस भी दुकानदारों पर कार्रवाई व सामान जब्ती की कार्रवाई नहीं कर रही है. नतीजा ऐसी दुकानों का लगातार विस्तार होता जा रहा है. दुर्घटना की वजह फुटपाथ पर कब्जा- बाजार में अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. मुख्य बाजार में कई जगहों पर दुकान के अंदर जगह कम रहने के बावजूद दुकानदार ज्यादा सामान फैलाए रहते हैं. दुकान के बाहर सामान भी फुटपाथ पर ही रख दिये जाते हैं. लिहाजा राहगीरों को बीच सड़क पर आवाजाही की मजबूरी बनी हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क के फुटपाथ पर कब्जा रहने से लोग मुख्य मार्ग पर पैदल चलते हैं, जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. व्यवसायियों की बढ़ी रही आमदनी, लोग परेशान- जिला मुख्यालय में होटल, रेस्टूरेंट, शो रुम, बैंक समेत अन्य बड़े बड़े संस्था तो धड़ल्ले से चलाया जा रहा है. खूब आमदनी भी हो रही है, लेकिन पार्किंग की व्यवस्था नहीं रहने से भी बाजार की सड़कों पर लगे बेतरतीब वाहन अतिक्रमण को बढ़ावा देता है. पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है. लोगों अतिक्रमण से मुक्ति के लिए जिला प्रशासन से गुहार तो लगाते है, लेकिन कोई फायदा नहीं. स्थिति जस की तश है.
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