प्रतिनिधि,उदाकिशुनगंज
उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय के राजनंदन कला भवन में मंगलवार कोए सडीओ एसजेड हसन ने छठ पूजा को लेकर प्रतिनियुक्त अधिकारियों के साथ बैठक की. एसडीओ ने प्रतिनियुक्त अधिकारियों को कर्तव्य का बोध कराया. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने कर्तव्य का निर्वहन सही तरीके से करें. कर्तव्य के प्रति लापरवाह रहने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगा. छठ पूजा जैसे महापर्व में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि नियत समय पर घाट स्थल पहुंचे. घाट पर लोगों से समन्वय स्थापित कर पर्व को शांति पूर्वक संपन्न कराए. इसके अलावा समय-समय पर सूचना प्रतिवेदित करने को कहा गया. छठ घाट पर खतरा को लेकर हर वक्त सूचना प्रसारित करनवाने को कहा गया. छठ घाट पर लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसका ध्यान रखने को कहा गया. यह भी कहा गया कि घाट के निरीक्षण के दौरान गायब अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. नदी वाले घाट पर गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती होगी. उन्होंने कहा कि लोक आस्था का महापर्व छठ मंगलवार को ही नहाय-खाय से प्रारंभ हो गया है. वहीं 6 नवंबर को खरना का प्रसाद चढ़ेगा. जबकि 7 नवंबर को प्रथम (संध्याकालीन ) अर्घ और दिनांक 8 नवंबर को द्वितीय (प्रातःकालीन ) अर्घ के साथ सम्पन्न होगा. इस पर्व में छठ व्रती घाटों पर आस-पास के तालाबों तथा अपने घर के आस-पास कृत्रिम तालाब बनाकर भगवान भाष्कर को अर्घ देते हैं. छठ पर्व को लेकर प्रशासन ने मुक्कमल तैयारी की है. उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र के 167 जगहों पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गयी है. उन्होंने छठ को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. घाटों पर आने जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं हो, इसके लिए घाटों और उसके आसपास के मार्ग को सुलभ बनाने के निर्देश दिए गए. एसडीएम ने बताया कि अधिक गहराई वाले छठ घाटों पर गोताखोर लगाये जायेंगे. नदी वाले घाट पर एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की जाएगी. पर्व को शांति पूर्ण संपन्न कराने की तैयारी की गयी है. उन्होंने कहा कि छठ पर्व शुद्धता एवं स्वच्छता का पर्व होता है. इसलिए छठ व्रतियों के आने-जाने वाले मार्गो और छठ घाटों पर सफाई की जाती है. कतिपय शरारती तत्वों द्वारा छठ व्रतियों के आवागमन के रास्तों में नाली का पानी गिराए जाने तथा गंदगी फेंके जाने को लेकर तनाव की भी आशंका बनी रहती है. कतिपय शरारती तत्वों के द्वारा साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से जानबूझ कर छठव्रतियों के मार्गों तथा छठ घाटों, तालाबों आदि पर मृत पशुओं के अवशेष फेंके जाने की संभावना जतायी गयी है. इन सब दृष्टिकोण से विशेष सतर्कता अपेक्षित है. पर्व के अवसर पर साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से संवेदनशील स्थलों तथा ऐसे स्थल जहां मिश्रित आबादी है, वहां शांति व्यवस्था, साम्प्रदायिक सौहार्द, स्थानीय सहिष्णुता बनाए रखने तथा शांतिपूर्ण ढंग से पर्व सम्पन्न कराने हेतु पूर्ण प्रशासनिक सतर्कता अपेक्षित है. बैठक में अनुमंडल क्षेत्र के प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी, बीडीओ, सीओ मौजूद थे.
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