मधेपुरा. मधेपुरा-पतरघट मार्ग पर स्वीकृत रेल ओवरब्रिज की प्रक्रिया गति पकड़ने लगी है. टेंडर के बाद निर्माण कार्य के लिए जमीन की मापी व पीलर के लिए निशान लगाये जाने के बाद भिरखी रेलवे क्राॅसिंग पर पाइलिंग का काम शुरू हो गया है. रोज लगने वाले घंटों जाम को झेलने वाले लोगों को निर्माण की दिशा में हो रही इस प्रक्रिया को देख खुशी हो रही है. उन्हें यह लगने लगा है कि अब शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी. 18.50 मीटर चौड़ी होगी टू लेन सड़क – कर्पूरी चौक से सटे दक्षिण रेलवे ढाला पर रेल ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है. रेलवे ढाला संख्या 90 पर आरओबी निर्माण करने की जिम्मेदारी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को दी गयी है. सड़क के दोनों किनारे निजी जमीन के अधिग्रहण की गयी है. मालूम हो कि रेलवे ढाला संख्या 90 पर रेल ओवरब्रिज की कुल लंबाई अप्रोच पथ सहित 1189 मीटर होगी, जिसमें पुल के नीचे 18.50 मीटर चौड़ी टू लेन सड़क होगी. इस लंबाई पर कुल 16 स्पेन होंगे. इसके दक्षिण दिशा में 190 मीटर लंबा आरई वाल होगा. उत्तर दिशा कर्पूरी चौक की ओर आरई वाल की लंबाई 157 मीटर होगी. इस आरओबी निर्माण में रेलवे की ओर से 37 करोड़ 51 लाख व बिहार सरकार 34 करोड़ 98 लाख रुपये खर्च करेगी. प्रतिदिन लगता है जाम- रेलवे ढाला पर प्रतिदिन सुबह से लेकर देर रात तक वाहनों का जाम लगता है. रेलवे ढाला से दक्षिण तरफ से आने वाले सभी वाहनों के जाने का रास्ता है. वहीं शहर की 20 प्रतिशत की आबादी लाइन के दक्षिण रहती है, जो प्रतिदिन किसी ने किसी कार्य से दिन में कई बार मुख्य बाजार की ओर आती है. इसके लिए लोग स्वयं के वाहन और ई- रिक्शा का उपयोग करते है. रेलवे ढाला बंद होने जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ओवरब्रिज बनने से आने वाले समय में शहर को जाम से राहत मिलेगी. मालगाड़ी कर देती है फजीहत- रेलवे क्रॉसिंग से यात्री गाड़ियों के साथ ही बड़ी संख्या में लगभग दर्जनों मालगाड़ियां भी गुजरती हैं. यहां पर कई बार फाटक को बंद करना पड़ता है. कई बार क्राॅसिंग का गेट काफी देर तक बंद रहता है. इसके कारण अक्सर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है. इस कारण अक्सर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ओवरब्रिज बन जाने से जमा से निजात मिल जायेगी.
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