श्रम विरोधी नीतियों से मजदूरों में नाराजगी, देश बचाओं दिवस मनाकर जताया विरोध

श्रम विरोधी नीतियों से मजदूरों में नाराजगी, देश बचाओं दिवस मनाकर जताया विरोध

By Prabhat Khabar News Desk | August 10, 2020 8:06 AM

मधेपुरा- उदाकिशुनगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित क्रांति दिवस के अवसर पर एवं केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर राष्ट्रीय मजदुर कांग्रेस इंटक मधेपुरा के तत्वधान में इंटक के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिंह एवं कंट्रकशन के जिलाध्यक्ष हिरा पासवान के नेतृत्व में केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरूद्ध में रविवार को बड़ी संख्या में असंगठित मजदूरों ने मजदूर बचाओ,देश बचाओ को लेकर बैठक किया गया.

इंटक के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार देश की संपदा और आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को बेचने राष्ट्रीय कृत बैंकों को विखंडित कर उसे अपने चहेते के हवाले करने देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ भारतीय जीवन बीमा निगम को समाप्त करने की साजिश रक्षा कोयला पेट्रोलियम इस्पात भारी अभियंत्रण,रेलवे, नेशनल हाईवे, दूरसंचार,हवाई अड्डा, बंदरगाह समेत तमाम राजनीतिक संस्थानों को देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों बेचने को लेकर देश का मजदूर वर्ग बर्दाश्त नहीं करेगा.

उन्होंने कहा कि जिस तरह आजादी के संघर्ष में 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर करो या मरो का नारा देशव्यापी अभियान का हिस्सा बन गया था. उसी प्रकार देश का मजदूर वर्ग राष्ट्रीय संपदा की लूट के खिलाफ और भारत के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए कुर्बानी देने के लिए तैयार है. कंट्रकशन के जिलाध्यक्ष हिरा पासवान ने मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा देश बेचने तथा मजदूर के अधिकारों में कटौती एवं कॉरपोरेटप्रस्त हमलों तथा कंपनी राज कायम किये जाने एवं देश के नवरत्न संस्थानों रेलवे,कोइलरी,एयर इंडिया,तेल कमपनियों,बैंक आदि को निजीकरण करने एवं मजदुर के श्रम कानूनों को कमजोर करने सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में तथा नीतीश सरकार से स्कीम वर्कर,आशा,रसोईया,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय बढ़ाने,लंबित पड़े एरियर राशि भुगतान शतप्रतिशत करनें आदि सरकार के समक्ष सालों साल से लंबित सभी मांगो को अविलंब पूरा करने के साथ आगामी माह में प्रस्तावित भारत छोड़ो दिवस पर देशव्यापी सत्यग्रह व जेल भरो आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया गया.

इस मौके पर मनोरमा देवी, मीना देवी, लक्ष्मी देवी, देवता देवी, नीलम देवी, सीता देवी, कपलेश्वर पोद्दार, राज कुमार पासवान,चलीत्तल ऋषिदेव,मोहन पासवान,दिलीप,भोला, रविंद्र कुमार आदि मौजूद थे.

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