हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजा सिंहेश्वर, लाखों श्रद्धालुओं ने किया बाबा का जलाभिषेक
हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजा सिंहेश्वर, लाखों श्रद्धालुओं ने किया बाबा का जलाभिषेक
प्रतिनिधि, सिंहेश्वर बाबा नगरी सिंहेश्वर धाम में नववर्ष पर बुधवार को भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा. पहली जनवरी को मनोकामना लिंग बाबा सिंहेश्वर नाथ पर जलार्पण करने के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ ने सिंहेश्वर के सड़कों को अस्त व्यस्त कर दिया. रूक- रूक कर सिंहेश्वर की सड़कों पर जाम लगता रहा. बुधवार की सुबह साढ़े तीन बजे ही गर्भ गृह का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. मंदिर का पट खुलते ही हर-हर महादेव के जयघोष से सिंहेश्वर मंदिर गुंज उठा. लगभग नौ बजे तक श्रद्धालु की भीड़ नियंत्रण में रहा, लेकिन उसके बाद श्रद्धालुओं का हुजुम उमड़ पड़ा. भीड़ इतनी ज्यादा हुई. भीड़ ऐसी हुई की देर शाम तक मंदिर में श्रद्धालुओं का मंदिर आने का सिलसिला चलता रहा. इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं ने सिंहेश्वर बाबा का जलाभिषेक किया. नव वर्ष पर सिंहेश्वर बाजार का माहौल भक्तिमय बना रहा. जेवरात की हुई चोरी देवाधिदेव महादेव के मंदिर में वैसे तो सालों भर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला चलता रहता है, लेकिन कुछ विशेष तिथि को मंदिर परिसर में प्रशासनिक व्यवस्था की आवश्यकता होती है. इसमें एक नववर्ष भी आता है. इसमें भीड़ इतनी होती है की लोगों को किसी तरह से संभाल पाना मुश्किल होता है. इसमें अगर पुलिस काम ठीक से नही करे तो सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि श्रद्धालुओं की क्या दशा हुई होगी. न तो गर्भ गृह के बाहर एक भी पुलिस बल नही थी और न ही किसी ऐसी जगह जहां भीड़ को नियंत्रण कर सके. हालांकि एकाध जगह एक दो महिला पुलिस बल कार्य कर रही थी. लिहाजा श्रद्धालु को परेशानी का सामना करना पड़ा. कई श्रद्धालुओं के जेवरात की चोरी हो गयी. नये वर्ष के पहले दिन सैकड़ों वाहनों की हुई पूजा देवाधिदेव महादेव के नगरी में वैसे तो हर दिन विभिन्न प्रकार के वाहनों की पूजा- अर्चना की जाती है, लेकिन नववर्ष के दिन नई- नई वाहनों की पूजा करवाने के लिए लाइनें लगी रही है. बुधवार को लगभग सैकड़ों वाहनों की पूजा-अर्चना की गयी. नेपाल सहित अन्य राज्य व जिला से पहुंचे हजारों श्रद्धालु स्थानीय क्षेत्र के लोगों ने नये साल की शुरूआत बाबा भोलेनाथ के दर्शन के बाद की, जबकि नेपाल सहित अन्य राज्य व जिलों के लगभग 30 हजार श्रद्धालुओं से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा सिंहेश्वर मंदिर पहुंच माथा टेका. नेपाल सहित दुर- दराज के श्रद्धालुओं ने बताया कि हर वर्ष पूरे परिवार के साथ नये साल के एक दिन पहले ही बाबा नगरी पहुंच जाते हैं. साल के पहले दिन सिंहेश्वर बाबा का दर्शन कर नववर्ष का शुरुआत करते हैं. वे बताते हैं बाबा के दर्शन मात्र से ही साल का हर दिन अच्छा बितता है. कुएं से जल भरना था मुश्किल बाबा मंदिर में पूजा करने आये श्रद्धालुओं की संख्या इतनी ज्यादा थी कि मंदिर प्रांगण में पहुंचने पर कुएं पर जल भरना युद्ध जितने जैसा कार्य था. कुएं में जल भरने के लिए श्रद्धालुओं को कम से कम आधे घंटे से ज्यादा लग रहा था. उस आधे घंटे में भी वहीं जल भर पाते थे जिनके शरीर में ज्यादा शक्ति थी. क्योंकि कुंअे का माहौल ऐसा था कि श्रद्धालु पर श्रद्धालु चढ़े हुये थे. पूजा सामाग्रियों के दुकान पर लगी रही भीड़ सिंहेश्वर स्थान मंदिर परिसर में पूजा सामाग्री विक्रेताओं की बल्ले- बल्ले रही. सुबह से ही उनकी दुकानों से श्रद्धालुओं की भीड़ हट ही नहीं रही थी. मान्यता है कि बाबा को बेलपत्र व भांग की पत्तियां बेहद पसंद हैं लिहाजा, इन दुकानों पर फूल के साथ- साथ बेलपत्र व भांग की पत्तियां बहुतायत में उपलब्ध था. पहली जनवरी को लेकर दुकानदारों की खास तैयारियां होती हैं. सुबह दो बजे से ही आस- पास के क्षेत्रों से बेल पत्र, भांग की पत्तियां व फूल तोड़ने का सिलसिला शुरू हो जाता है और तीन बजने के साथ ही उनकी दुकानें सजने लगती हैं.
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