ईश्वर की भक्ति करने से मन के अंदर छिपे पापों का होता है नाश : सुकरमानंद जी महाराज

ईश्वर की भक्ति करने से मन के अंदर छिपे पापों का होता है नाश : सुकरमानंद जी महाराज

By Prabhat Khabar News Desk | January 2, 2025 7:08 PM

प्रतिनिधि, उदाकिशुनगंज दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वावधान में परम् पूज्य आशुतोष जी महाराज के सानिध्य में सत्संग के दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित बाइपास रोड काॅलेज चौक के समीप पांच दिवसीय सत्संग के दूसरे दिन प्रवचन करते स्वामी सुकरमानंद जी महाराज ने कहा कि संतों की अमृतवाणी श्रवण मात्र करने से ही मानव जीवन का कल्याण हो जाता है, लेकिन आज के परिवेश में आधुनिकता के इस दौर में लोग ईश्वर की भक्ति करना भूल गये हैं, जो लोग अपने जीवन के व्यस्ततम समय में से कुछ समय ईश्वर की भक्ति में लगाते हैं. उनका जीवन चरितार्थ हो जाता है. मनुष्य को हमेशा अच्छे कर्मों पर चलना चाहिए. संतों की संगति से मन के अंदर की विकृतियों का नाश होता है और संसारिक जीवन उनका सुखमय व्यतीत होता है. सत्संग में साध्वी शितला भारती, साध्वी ममता भारती, साध्वी लक्ष्मी भारती ने अपने भवन व प्रवचन से श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर सारा वातावरण भक्तिमय हो गया. सत्संग पांच जनवरी तक चलेगा. मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि अमित कुमार, संतोष यादव,सनोज यादव, ओमप्रकाश यादव, घनश्याम यादव, विजय गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, सौरभ कश्यप, अशोक शर्मा आदि मौजूद थे.

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