करोड़ों की लागत से बन रहे पुल में की जा रही मानक की अनदेखी
करोड़ों से बन रहे पुल में मानक की अनदेखी
मधुबन पंचायत में हो रहा है पुल का निर्माण, कार्यस्थल पर नहीं लगाया है बोर्ड भी प्रतिनिधि, उदाकिशुनगंज उदाकिशुनगंज से मधुबन होते हुए जाने वाली सड़क में राजपूत टोला के निकट पुल निर्माण कार्य चल रहा है. नाबार्ड की मदद से लगभग दो करोड़ की लागत से पुल निर्माण कार्य ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कराया जा रहा है. बिहार सरकार ने ग्रामीण इलाकों में आवागमन की परेशानियों को दूर करने के लिए नाबार्ड की मदद से पूरे बिहार में करीब 250 पुल-पुलिया मार्च 2024 तक पूरा करने का निर्णय लिया था. पुल निर्माण की सरकार की समय सीमा जब समाप्त हो गयी. उसके बाद मधुबन में पुल निर्माण कार्य शुरू किया गया है. यहां पुल निर्माण कार्य से संबंधित किसी तरह का बोर्ड भी नहीं लगाया गया है. बिना प्राकल्लन और बिना शिलापट्ट लगाए योजना का काम शुरू कर दिया गया है. घटिया सामग्री का हो रहा इस्तेमाल पुल निर्माण कार्य में पुराने पुल के फाउंडेशन का ईंट तोड़कर पहले नीचे में बिछाया गया है. उसके बाद पाया के नीचे ढलाई करने के बजाय निम्न स्तर का बालू और गिट्टी डाल दिया गया है. उस पर सरिया बिछाकर बिना इंजीनियर के घटिया सामग्री से ढलाई की जा रही है. जिसे देखने वाला कोई नहीं है. मामले में जेई मुनिलाल दास ने बताया कि नाबार्ड द्वारा पुल निर्माण कार्य कराया जा रहा है. हमने निर्माण कार्य का जायजा लिया है. कार्य ठीक-ठाक चल रहा है. वहीं ग्रामीण कार्य विकास विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि दो करोड़ की लागत से पुल निर्माण कार्य हो रहा है. कार्यस्थल पर शिलापट्ट नहीं लगाया है, तो लगा दिया जायेगा. पुल निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण कराया जायेगा. अगर ऐसा नहीं हो रहा है, तो इसकी जांच की जायेगी.
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