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संबद्ध कॉलेज के शिक्षक-कर्मचारी बिना वेतन के कर रहे काम

संबद्ध कॉलेज के शिक्षक-कर्मचारी बिना वेतन के कर रहे काम

By Prabhat Khabar News Desk | May 21, 2024 4:24 PM

मधेपुरा. बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी महासंघ की बैठक मंगलवार को हुई, जिसमें मधेपुरा, सहरसा व सुपौल जिले के महासंघ से जुड़े शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी शामिल हुए. बैठक की अध्यक्षता महासंघ के बीएनएमयू इकाई के विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रो अरविंद कुमार यादव ने की. बैठक में संबद्ध डिग्री महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों के विभिन्न समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया. विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रो अरविंद कुमार यादव ने कहा कि राज्य में तीन दशक से अधिक समय से संबद्ध महाविद्यालय के हजारों शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी बिना वेतन के काम कर रहे हैं. इसका प्रतिकूल असर महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन पर पड़ रहा है. सरकार महाविद्यालयों को परीक्षा परिणाम के आधार पर अनुदान दे रही है, लेकिन यह अनुदान जिंदगी गुजारने के लिए पर्याप्त नहीं है. इसके लिए संबद्ध अनुदानित महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी लगातार आंदोलन करते रहे हैं. इसके बावजूद आज तक संबद्ध महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी की समस्या का समाधान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि बीएनएमयू अंतर्गत तीनों जिले मधेपुरा, सुपौल व सहरसा का एक ही मूल्यांकन केंद्र विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में बनाया जाना चाहिये. बीएनएमयू के सभी संबद्ध डिग्री महाविद्यालय के द्वारा दिये गये 70 प्रतिशत व अनुदान की राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र को सरकार को भेजा जाय. महाविद्यालयों को आंतरिक स्रोत से प्राप्त 70 प्रतिशत राशि महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी के बीच विधिवत भुगतान किया जाय. सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायक अनुदान की राशि सात वर्षों से बकाया है, जिसका भुगतान किया जाय. बैठक में महासंघ के सुपौल जिलाध्यक्ष डाॅ चंद्रप्रकाश यादव, विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष डाॅ दीपक कुमार, जिला कार्यकारी अध्यक्ष प्रो सत्येंद्र नारायण यादव, विश्वविद्यालय सचिव अभय कुमार, प्रो पुष्पलता कुमारी, प्रो नूतन कुमारी, बैद्यनाथ यादव, संजय कुमार आदि मौजूद थे.

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