शिक्षक तो समय पर पहुंचे, पर कम दिखी बच्चों की उपस्थिति

शिक्षक तो समय पर पहुंचे, पर कम दिखी बच्चों की उपस्थिति

By Prabhat Khabar News Desk | May 16, 2024 9:48 PM

मधेपुरा. एक महीने की गर्मी छुट्टी के बाद गुरुवार से स्कूल खुल गया. गर्मी के जारी प्रचंड प्रकोप को देखते हुए 30 जून तक मॉर्निंग स्कूल संचालन का आदेश दिया गया है. सरकार के शिक्षा विभाग ने बच्चों के लिए सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक और शिक्षकों के लिए 1.30 बजे तक का समय निर्धारण किया है, लेकिन स्कूल का यह समय अव्यवहारिक प्रतीत होता है. विभागीय डंडे के डर से शिक्षक व शिक्षकेत्तरकर्मी तो निर्धारित किये गये समय से स्कूल आ जायेंगे, लेकिन छोटे-छोटे बच्चों का इतनी सुबह स्कूल पाना मुश्किल दिख रहा है. दूर-दराज से शिक्षक व शिक्षिकाओं को भी पहुंचने में परेशानी हुई. उनके चेहरे पर तनाव दिख रहा था. एक माह के बाद स्कूलों के पुन: खुलने पर प्रभात खबर ने जिला मुख्यालय सहित प्रखंडों में बच्चों की उपस्थिति और निर्धारित किये गये समय को लेकर हो रही उनकी परेशानी का जायजा लिया. प्रस्तुत है रिपोर्ट

गर्ल्स मिडिल स्कूल में आठ बजे तक पहुंची 85 छात्राएं- गर्मी छुट्टी के बाद गुरुवार से सरकारी स्कूलों में पठन-पाठन शुरू हो गया है. राजकीय कन्या मध्य विद्यालय में सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थीं, लेकिन सुबह छह बजे से लेकर सात बजे तक छात्राओं का आना जारी रहा. पहले दिन छात्राओं की उपस्थिति 50 प्रतिशत रही. हालांकि छात्राएं एक माह बाद अपनी सहेलियों और शिक्षकों से मिल खुश दिख रही थी. पूर्व की तरह योगाभ्यास के बाद पढ़ाई की कक्षा शुरू हुई. प्रधानाध्यापिका रिमझिम ने बताया कि एक माह बाद के बाद बच्चे स्कूल लौटे हैं. पहले दिन देर तक छात्राएं आती रहीं. सबों को निर्धारित समय पर आने का निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि नामांकित 139 छात्राओं में से आठ बजे तक 85 छात्राएं उपस्थित हुईं. कई बच्चियों ने दबी जुबान से कहा कि इतनी सुबह उठकर स्कूल के लिए तैयार होना भारी लगता है.

सात बजे तक नहीं आया एक भी बच्चा, हाइस्कूल में आये 22

घैलाढ़ . गर्मी छुट्टी के बाद गुरुवार से सरकारी विद्यालयों में रौनक एक बार फिर बढ़ने लगी है. पहले दिन सभी शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचे गये, लेकिन बच्चे विद्यालय नहीं पहुंच पाये. भान टेकती स्थित आदर्श मध्य विद्यालय भान में सुबह 6:00 बजे तक सभी शिक्षक पहुंच चुके थे, लेकिन 7:00 बजे तक एक भी छात्र नहीं पहुंचा था. नामांकित 556 बच्चों में से 7:00 बजे के बाद मात्र चार छात्र विद्यालय पहुंचे. वहीं भान टेकती स्थित सोनाय अनूप उच्च माध्यमिक विद्यालय में 6:00 बजे तक सभी शिक्षक पहुंच चुके थे, तो 7.00 बजे तक नामांकित 606 बच्चों में से कक्षा नौ के 22 छात्र-छात्रा उपस्थित हुए. प्रधानाध्यापक डॉ अजय कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित किया गया यह समय अनुचित है. पूर्व में विद्यालय का संचालन सुबह 6:30 से 11:30 बजे होता था, जिसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होती थी. 1:30 बजे तक विद्यालय का संचालन करने से हाइस्कूल के छात्रों सहित शिक्षकों को भूखे-प्यासे रहना पड़ेगा.

सुबह लगभग सात बजे तक आते रहे छात्र-छात्राएं

बिहारीगंज . उत्क्रमित मध्य विद्यालय में सभी शिक्षक निर्धारित समय पर स्कूल पहुंच गये, जबकि 06:30 तक कुल नामांकित 378 छात्र-छात्राओं में से लगभग 70 बच्चे ही विद्यालय आये. विद्यालय में 06:10 तक कमांड एंड कंट्रोल, प्रखंड संसाधन केंद्र को उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं का सेल्फी भेजा गया. विद्यालय में प्रधानाध्यापक और शिक्षक-शिक्षिकाएं समय से पहुंचकर छात्र-छात्राओं के आने की प्रतीक्षा करते रहे. शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय होने से आसपास के छात्र देर तक स्कूल आते हैं. छात्रगण विद्यालय में शिक्षण कार्य आरंभ होने से डेढ़ घंटे बाद तक आते रहे.

नामांकित 832 में से उपस्थित हुए मात्र 18 छात्र-छात्राएं

पुरैनी . गर्मी की छुट्टी के बाद गुरुवार को विद्यालय तो खुल गया, लेकिन विभाग के निर्देशानुसार सुबह छह बजे स्कूल खुलने का समय शिक्षकों और बच्चों के लिए आफत बन गया है. स्कूल का समय अब सुबह छह से दोपहर 12 बजे कर दिया गया है, जबकि 12 बजे से 1.30 बजे तक दक्ष मिशन के अंतर्गत बच्चों को पढ़ाना है. गर्मी छुट्टी के बाद पहले दिन पुरैनी बीआरसी परिसर स्थित उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरैनी में विद्यालय में पदस्थापित सभी 31 शिक्षक ससमय विद्यालय पंहुच गये थे. वहीं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नामांकित बच्चों की तुलना में सुबह 6.30 बजे तक नदारद थी. विद्यालय में कक्षा एक से आठ में नामांकित कुल 832 छात्र-छात्राओं में से महज 18 छात्र-छात्राएं ही उपस्थित हो सके थे, जबकि नौवीं कक्षा में नामांकित 165 में से महज पांच, 10वीं में नामांकित 383 में से सिर्फ एक और प्लस टू में एक भी बच्चे नहीं आये थे.

नौंवीं, 10वीं व 11वीं में एक भी बच्चे नहीं आये

गम्हरिया. प्रखंड मुख्यालय के उच्च माध्यमिक प्लस टू विद्यालय प्रेमलाल टोला गम्हरिया में सुबह 6:09 पर स्कूल का गेट खुल गया था. प्रधानाध्यापक 6:15 बजे स्कूल पहुंच गये थे. वहीं सभी सहायक शिक्षक भी अपने नियत समय से स्कूल पहुंच गये थे. स्टूडेंट एक-एक कर स्कूल पहुंच रहे थे. नामांकित 265 बच्चों में से लगभग 7:00 बजे तक मात्र 50 बच्चे स्कूल पहुंचे. प्लस टू विद्यालय में 11 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, जिसमें एक भी बच्चे मौजूद नहीं हुए. वहीं नौंवी व 10वीं में नामांकित 88 बच्चों में से भी 7:30 बजे तक एक भी बच्चे स्कूल नहीं आये.

नामांकित 605 में से स्कूल आये मात्र 15 बच्चे

ग्वालपाड़ा . ग्रीष्मावकाश खत्म होते ही शिक्षा विभाग के फरमान के अनुसार गुरुवार से विद्यालय में पठन-पाठन कार्य सुबह छह बजे से प्रारंभ किया गया. प्रखंड मुख्यालय स्थित मधुराम मध्य विद्यालय ग्वालपाड़ा में निर्धारित समय पर लगभग सभी शिक्षक उपस्थित रहे, लेकिन साढ़े छह बजे तक बच्चों की उपस्थिति कम रही. सात बजे तक नामांकित कुल 605 बच्चों में से बमुश्किल 15 बच्चे आये. शिक्षकों ने उन्हें ही पढ़ाकर अपनी ड्यूटी पूरी की. प्रधानाध्यापक ने बताया कि छोटे बच्चे को इतनी सुबह उठने में आलस्य हुई होगी. हालांकि विद्यालय के समय में किये गये परिवर्तन से अधिकतर शिक्षक मानसिक तनाव में दिखे, लेकिन विभाग के भय से कुछ भी कहने से बचते रहे.

निर्धारित समय से नहीं पहुंचे कोई शिक्षक व बच्चे

शंकरपुर. गर्मी छुट्टी के बाद विद्यालय के समय में बदलाव करते हुए सुबह 6:00 बजे से 1:30 बजे तक विद्यालय संचालन का आदेश दिया गया है, जिसमें सुबह 6:00 से 12:00 तक कक्षा संचालन किया जाना है, तो 12:00 बजे से 1:30 बजे तक दक्ष मिशन के अंतर्गत बच्चों को पढ़ाना है. गर्मी छुट्टी के बाद पहला दिन स्कूल खुलने पर विद्यालयों में न ही समय से शिक्षक विद्यालय पहुंचे और न ही छात्र-छात्रा ही. मध्य विद्यालय गोरराहा में छह बजे विद्यालय पदस्थापित नौ शिक्षकों में से एक भी शिक्षक नहीं आये थे. न ही एक भी बच्चे स्कूल पहुंचे थे. 6:30 बजे मात्र दो शिक्षक विद्यालय पहुंचे. 6:40 के बाद बच्चे का विद्यालय आना शुरू हुआ. सात बजे भी बच्चों की उपस्थिति कम ही रही. शिक्षकों ने शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित समय को अनुचित बताया. सुबह 6:00 बजे से 1:30 बजे तक विद्यालय का संचालन करने में हाइस्कूल के छात्रों सहित शिक्षकों को परेशानी होगी ही.

शिक्षक तो दिखे, लेकिन बच्चों की संख्या रही कम

उदाकिशुनगंज . गर्मी की छुट्टियों के बाद गुरुवार को स्कूल खुल गया. पहले दिन प्रखंड क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षक तो दिखे, लेकिन बच्चों की संख्या कम रही. बच्चों को स्कूल में बुलाने के लिए शिक्षक बच्चे व स्कूल के कर्मचारियों को जद्दोजहद करनी पड़ी. वहीं छुट्टियां बिताने के बाद तरोताजा हो लौटे विद्यार्थी स्कूल जाते समय उत्साहित नजर आये. इस कारण सूने विद्यालय में चहल-पहल बढ़ गयी. नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गोठ मुसहरी सिंगारपुर में विद्यार्थियों के पहुंचने के बाद एक बार स्कूल में फिर से रौनक लौट आयी है. बताया गया कि विद्यालय में कुल 105 विद्यार्थी का नामांकन है. पहले दिन 78 विद्यार्थी उपस्थित रहे. प्रधानाध्यापक राहत प्रवीण व सहायक अध्यापक गुलफसां बानों, गगन कुमार झा ने बताया कि छात्रों में खुशी है. वहीं मीनू के अनुसार भोजन बनाया गया था.

नामांकित 548 में से पहले दिन आये 208 बच्चे

मुरलीगंज . प्रखंड अंतर्गत राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमारी में सुबह छह बजे सभी शिक्षक विद्यालय पहुंच चुके थे, जबकि विद्यालय में नामांकित 548 छात्रों में प्रार्थना के समय तक 208 छात्र-छात्राएं ही उपस्थित हो सके थे. शिक्षा विभाग के नियमानुसार दोपहर 12:00 बजे के बाद वहीं इसके बाद विद्यालय के कमजोर बच्चों को मिशन दक्ष के तहत स्पेशल क्लास दी जायेगी. शिक्षा विभाग शिक्षा के द्वारा जारी इस आदेश से शिक्षकों को सुबह छह बजे से ही विद्यालय परिसर में रहना होगा. यह आदेश 16 मई से 30 जून तक लागू रहेगा. इसके अलावा कॉपियों का मूल्यांकन सहित अन्य प्रशासनिक कार्य शिक्षक इस बीच करते रहने का आदेश शिक्षा विभाग द्वारा निर्देशित किया गया.

नामांकित 717 में मात्र 95 बच्चे ही आये स्कूल

चौसा. चौसा पूर्वी पंचायत के उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लक्ष्मीनियां में गर्मी छुट्टी के बाद में रौनक बढ़ गयी. विद्यालय निरीक्षणकर्त्ता शिक्षा सेवक पंकज राज ने कहा विद्यालय में सुबह छह तक सभी शिक्षक पहुंच गये थे. विद्यालय में वर्ग एक से 12 तक में कुल नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 717 है. छुट्टी के बाद स्कूल खुलने पर पहले दिन लगभग 95 छात्र-छात्राएं ही विद्यालय में उपस्थित हुए. शिक्षकों ने बताया कि विभिन्न माध्यमों से सभी बच्चों को समय से व नियमित विद्यालय आने की सूचना भेजी जा रही है.

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